रूस-यूक्रेन जारी युद्ध के चलते भारतीय फार्मा उद्योग में पहुंचने वाला कच्चा माल हुआ महंगा
रूस-यूक्रेन में पिछले नौ दिनों से जारी युद्ध के चलते भारतीय फार्मा उद्योग में पहुंचने वाला कच्चा माल महंगा हो गया है। रूस से आयात होने वाले 22 प्रतिशत एल्युमीनियम पर देश निर्भर
यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन 06-03-2022
रूस-यूक्रेन में पिछले नौ दिनों से जारी युद्ध के चलते भारतीय फार्मा उद्योग में पहुंचने वाला कच्चा माल महंगा हो गया है। रूस से आयात होने वाले 22 प्रतिशत एल्युमीनियम पर देश निर्भर है।
युद्ध के कारण सप्लाई बंद है। एल्युमीनियम रेट में तेजी और लंदन मेटल एक्सचेंज की कीमत 2700 से बढ़कर 4000 डॉलर प्रति मीट्रिक टन पहुंच चुकी है। इससे दवा उद्योग प्रभावित होने लगा है।
भारत उद्योग संघ के हिमाचल इकाई के उपाध्यक्ष सुमित सिंगला ने बताया कि जून-जुलाई 2021 में एल्युमीनियम के पॉली स्टीप का कच्चा माल जो पहले 230 रुपये प्रति किलो था, वह अब 400 रुपये पहुंच गया।
वहीं, बिलस्टर का कच्च माल जो 270 रुपये प्रति किलो था, वह अब 500 रुपये में मिल रहा है। एल्युमीनियम दवा की पैकिंग में इस्तेमाल होता है। बिरला की हिंडाल्को कंपनी ने एल्युमीनियम की बढ़ी वैश्विक मांग को देखते हुए भारतीय विदेशी बाजार को प्राथमिकता दी है।
इससे भारतीय बाजार में एल्युमीनियम के दाम में वृद्धि हुई है। भारतीय वेंडर ऑर्डर लेने के बावजूद सप्लाई समय पर नहीं दे रहे। केंद्र सरकार ने तुरंत नाल्को (सरकारी दर) को भारतीय घरेलू मार्किट में अपना उत्पादन बढ़ाने और सप्लाई तेज करने की अपील की है।