यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 15-10-2020
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में कुलपति कार्यालय के बाहर मूक प्रदर्शन किया। इकाई अध्यक्ष विशाल वर्मा ने कहा की हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के गूंगे बहरे प्रशासन तक अपनी बात पहुँचाने के लिए विद्यार्थी परिषद को यह मूक प्रदर्शन करना पड़ा।
शायद इस प्रदर्शन के माध्यम से ही प्रशासन छात्रों की समस्याओं को जान सके व उनका उचित समाधान कर सके। कोरोना की आड़ में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन अब अपनी जिम्मेवारी से भागता हुआ नजर आ रहा है और यूजीसी निर्देशों की आड़ में प्रदेश भर के छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने पर उतारू है , हाल ही में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा प्रवेश परीक्षा की जगह मेरिट के आधार पर पीजी कक्षाओं में दाखिले की बात कही गयी है जिसका अभाविप विरोध करती है।
विद्यार्थी परिषद का मानना है कि यह अनेकों छात्रों के साथ धोखा है। पहले तो विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा कराने की बात करता रहा लेकिन अब एकदम से मेरिट आधारित दाखिलों की बात कर रहा है , छात्रों से पहले तो एंट्रेंस के नाम पर फीस वसूली जाती है और बाद में यूजीसी निर्देशों के बहाने से प्रवेश परीक्षा नहीं करवाना हजारों छात्रों के साथ धोखा है।
वहीं पेपर चेकिंग की बात करें तो अनेकों अनियमिततायें पेपर चेकिंग में सामने आ रही हैं , जिस तरह पेपर चेकिंग में लापरवाही बरती जा रही है उसकी वजह से हजारों छात्र कॉलेज छोड़ने पर मजबूर हैं। वहीं कोरोना काल में विश्वविद्यालय पूरी फीस वसूल रहा है यहाँ तक कि कुछ विभागों में फीस वृद्धि भी कर दी गई है।
कोरोना काल में यूजी की परीक्षा करवाने से पहले प्रदेश सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कहा गया था कि कोई छात्र कारणवश पेपर नहीं दे पाता है तो उसके बाद विश्वविद्यालय उसका पेपर के लिए अलग से प्रबन्ध करेगा लेकिन अब शायद सरकार और विश्वविद्यालय दोनों ही यह भूल चुके हैं और विश्वविद्यालय तो पीजी कक्षाओं में एडमिशन की तैयारी में है।
अभाविप ने यह सुझाव भी दिया कि विश्वविद्यालय प्रशासन को एक दिन सब प्रवेश परीक्षाएं करवानी चाहिए व हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय को सेंट्रल यूनिवर्सिटी से सीख लेनी चाहिए जिसके पास न तो अपना स्थायी परिसर है न ही कोई सम्बद्ध महाविद्यालय बावजूद इसके केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश एक ही दिन में सब प्रवेश परीक्षाएं करवा रहा है , जबकि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से सम्बद्ध 128 सरकारी यूजी व पीजी महाविद्यालय हैं फिर भी प्रवेश परीक्षा कराने से प्रशासन गुरेज कर रहा है। विद्यार्थी परिषद ने मांग की है कि पीजी कक्षाओं में दाखिले प्रवेश परीक्षा के आधार पर होने चाहिए।
यूजी पेपर चेकिंग में आ रही अनयिमित्ताओं को शीघ्र दूर किया जाए। छात्रों से कोरोना काल में सिर्फ ट्यूशन फीस ही ली जाए। यूजी के जो छात्र अंतरराज्यीय परिवहन बन्द होने व कोरोना संक्रमित होने या सम्पर्क में आने की वजह से परीक्षा नहीं दे पाए थे पहले उनकी परीक्षा ली जाए तभी पीजी कक्षाओं में दाखिले हों। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में शिक्षक व गैर शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शीघ्र पूरी हो। छात्रों से होस्टल निरन्तरता फीस न ली जाए।