स्वास्थ्य क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए PGI निदेशक पदमश्री डॉ जगत राम को ‘हिमाचल गौरव पुरस्कार’ से किया सम्मानित 

स्वास्थ्य क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए PGI निदेशक पदमश्री डॉ जगत राम को ‘हिमाचल गौरव पुरस्कार’ से किया सम्मानित 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   14-08-2020

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने स्वास्थ्य क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च, चंडीगढ़ के निदेशक पदमश्री डॉ जगत राम को ‘हिमाचल गौरव पुरस्कार-2019’ से पुरस्कृत किया। 

डॉ जगत राम  राज्य के जिला सिरमौर की ग्राम पंचायत सेर-जगास के पबियाना गांव के निवासी हैं. डॉ. जगत राम किन्हीं परिस्थितियों के कारण पिछले वर्ष ‘हिमाचल गौरव पुरस्कार’ प्राप्त करने के लिए समारोह में शामिल नहीं हो सके। 

इस अवसर पर मुख्य सचिव अनिल खाची, सचिव जीएडी देवेश कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

हल जोत खेतीबाड़ी कर परिवार का भरण-पोषण करने वाले सिरमौर जिले के किसान के बेटे को देश के चौथे सबसे बड़े पुरस्कार पद्मश्री से भी नवाजा गया गया है। 

आर्थिक तंगहाली के बावजूद पीजीआई के निदेशक पद तक पहुंचे डॉ जगत ने साबित कर दिखाया कि दृढ़ निश्चय और कड़ी मेहनत के बूते हर मुश्किल काम भी आसान हो जाता है। 

एक समय था जब चंडीगढ़ में एमएस में एडमिशन तो मिली, लेकिन उनमे पास फीस के पैसे नहीं थे। दोस्तों से उधार लेकर उन्होंने एडमिशन फीस भरी।

अब वह उसी संस्थान के निदेशक हैं। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ जगत राम मूलत: सिरमौर जिले की सेर जगास पंचायत के पबियाना गांव से हैं। 

उनके नाम आंखों के लगभग एक लाख ऑपरेशन करने का रिकॉर्ड दर्ज हैं। अकेले बच्चों के दस हजार के करीब ऑपरेशन कर उन्हें रोशनी दी है।

डॉ. जगत राम ने मोतियाबिंद सर्जरी की पुरानी तकनीक को बदलकर नई एवं उच्च गुणवत्ता वाली सस्ती तकनीक ईजाद की। 

उन्हें अमेरिकन सोसायटी कैटरेक्ट की ओर से बेस्ट ऑफ द ईयर से भी सम्मानित किया जा चुका है। वर्ष 2017 से पीजीआई के डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। दो दशक पहले उन्होंने पीजीआई में ज्वाइनिंग की थी। 

साल 1985 में उन्होंने आईजीएमसी शिमला से एमबीबीएस किया, जिसके बाद चंडीगढ़ में एमएस पूरी की. उनके पांच भाई हैं, जो अभी भी खेतीबाड़ी करते हैं। 

उन्हें अब तक राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करीब 15 अवार्ड मिले हैं। वर्ष 2013, 2016 और 2018 में उन्हें अमेरिका में नेत्र सर्जरी के लिए बेस्ट सर्जन का खिताब मिला था। उन्होंने 45 पुस्तकें लिखी हैं।