हमीरपुर में प्रतिदिन 4000 बच्चों का होगा वैक्सीनेशन , सोमवार से शुरू बच्चों को लगेगा टीका : देब श्वेता

उपायुक्त देब श्वेता बनिक ने बताया कि 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों को कोरोना रोधी वैक्सीन कोवैक्सीन लगाने का कार्य जिला हमीरपुर में भी सोमवार से आरंभ कर दिया जाएगा।

हमीरपुर में प्रतिदिन 4000 बच्चों का होगा वैक्सीनेशन , सोमवार से शुरू बच्चों को लगेगा टीका : देब श्वेता
यंगवार्ता न्यूज़ - हमीरपुर  02-01-2022
 
उपायुक्त देब श्वेता बनिक ने बताया कि 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों को कोरोना रोधी वैक्सीन कोवैक्सीन लगाने का कार्य जिला हमीरपुर में भी सोमवार से आरंभ कर दिया जाएगा।
 
बच्चों की वैक्सीनेशन के संबंध में आवश्यक तैयारियों एवं प्रबंधों को लेकर शनिवार को स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग और अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन के लिए बच्चों का पंजीकरण मौके पर ही किया जाएगा।
 
इसके लिए बच्चों को अपने साथ आधार कार्ड अथवा सरकारी पहचान पत्र या अभिभावकों का मोबाइल नंबर लाना होगा। अगर किसी बच्चे के पास पहचान पत्र नहीं होगा तो उसे इसकी सूचना अपने अध्यापक को देनी होगी। पंजीकरण का समय सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक रहेगा।
 
टीकाकरण ‘पहले आओ, पहले लगवाओ’ आधार पर किया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि वैक्सीनेशन के प्रथम चरण में जिला में प्रतिदिन 15 से 18 वर्ष की आयु के लगभग 4000 बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य तय किया गया है। उन्होंने बताया कि जिला में इस आयु वर्ग के कुल 28,528 बच्चों को कवर किया जाएगा।
 
इनमें से 18,518 सरकारी स्कूलों और 10,010 निजी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चे शामिल हैं। 31 दिसंबर 2007 से पहले जन्मे बच्चों को ही ये टीके लगाए जाएंगे। उपायुक्त ने बताया कि पहली डोज के 28 दिन बाद इन बच्चों को दूसरी डोज भी लगा दी जाएगी।
 

  उपायुक्त ने कहा कि स्कूलों के अलावा आईटीआई तथा बहुतकनीकी कॉलेज में भी इस आयु वर्ग के बच्चों, श्रमिक बस्तियों में रहने वाले तथा विभिन्न कार्यों में लगे किशोरों का टीकाकरण भी सुनिश्चित किया जाएगा।
 
उपायुक्त ने कोचिंग सेंटरों में पढ़ रहे बच्चों का डाटा एकत्रित करने के निर्देश दिए, ताकि इनका टीकाकरण भी किया जा सके। जिला में टीकाकरण कार्य को सुनियोजित ढंग से अंजाम देने के लिए उपायुक्त ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को 50 बच्चों पर एक शिक्षक को नोडल अधिकारी तैनात करने के निर्देश दिए। यदि किसी बच्चे के पास अपना पहचान पत्र नहीं होगा तो नोडल अधिकारी के मोबाइल पर आईडी बनाई जाएगी।
 
एक टीकाकरण केंद्र पर 200 से अधिक बच्चे होने पर दो टीमें तैनात की जाएंगी। उपायुक्त ने कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के कोरोना रोधी टीकाकरण में जिला हमीरपुर का प्रदर्शन काफी सराहनीय रहा है। उन्होंने बच्चों के अभिभावकों से आग्रह किया है कि वे इस चरण में भी पात्र आयु वर्ग के बच्चों के टीकाकरण में अपना महत्वपूर्ण सहयोग दें।