हिमाचल में शिक्षक बनने के लिए सभी श्रेणियों का टेट पास होना अनिवार्य

हिमाचल में शिक्षक बनने के लिए सभी श्रेणियों का टेट पास होना अनिवार्य

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   17-05-2021

हिमाचल प्रदेश में शिक्षक बनने के लिए जल्द ही सभी श्रेणियों का टेट पास होना अनिवार्य कर दिया जाएगा। अभी जेबीटी और टीजीटी के लिए ही शिक्षक पात्रता परीक्षा का पास होना जरूरी है। 

प्रवक्ता, डीपीई सहित कई अन्य श्रेणियों को भी टेट के दायरे में लाने की सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। प्रदेश में नई व्यवस्था लागू करने के लिए शिक्षा विभाग प्रस्ताव तैयार कर रहा है। इसे मंजूरी के लिए कैबिनेट बैठक में रखा जाएगा।

कैबिनेट बैठक में टेट को सात वर्ष की जगह उम्र भर मान्य करने को लेकर केंद्र सरकार के फैसले को भी लागू करने का प्रस्ताव रखा जाना है। शिक्षक पात्रता परीक्षा में भी बदलाव के लिए सरकार के स्तर पर मंथन शुरू हो गया है। 

नए प्रस्ताव के तहत टेट की दो परीक्षाएं लेने की तैयारी है। पहली परीक्षा प्रदेश से संबंधित जानकारियों, सामान्य ज्ञान और बीएड की पढ़ाई पर आधारित होगी।

दूसरी परीक्षा सिलेबस से संबंधित होगी। इसमें स्नातक और स्नातकोत्तर में की गई विषय वार पढ़ाई को शामिल किया जाएगा। 

प्रदेश में शिक्षा पात्रता परीक्षा का जिम्मा अभी राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड को सौंपा है। नए प्रस्ताव में परीक्षा लेने वाली एजेंसी को लेकर भी विचार किया जा रहा है। आने वाले दिनों में इसकी पूरी रूपरेखा तैयार कर ली जाएगी।

उधर, शिक्षक पात्रता परीक्षा उम्र भर के लिए मान्य करने के लिए नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजूकेशन ने राज्यों को लिखित निर्देश जारी कर दिए हैं।

केंद्रीय कैबिनेट ने शिक्षक पात्रता परीक्षा में बदलाव को मंजूरी देते हुए इसे उम्र भर के लिए मान्य करने का फैसला लिया था। 

अभी तक सात वर्ष के लिए ही टेट पास उम्मीदवार नौकरी के लिए पात्र थे। केंद्र से मिली छूट के बाद अब बार-बार टेट पास नहीं करना पड़ेगा। 11 फरवरी, 2011 के बाद टेट पास लाखों लोगों को इस फैसले का लाभ मिलेगा।