इंजीनियरिंग में रूचि नहीं ले रहे हिमाचल के युवा , प्रदेश के कॉलेजों 1500 सीटें रह गईं खाली

हिमाचल के युवाओं का अब इंजीनियरिंग की और रुझान कम होने लगा है आलम यह है प्रदेश के इंजीनियरिंग कालेजों में करीब 15 सौ से अधिक सीटें खाली रह गई है।

इंजीनियरिंग में रूचि नहीं ले रहे हिमाचल के युवा , प्रदेश के कॉलेजों 1500 सीटें रह गईं खाली
यंगवार्ता न्यूज़ - हमीरपुर  04-12-2021
 
हिमाचल के युवाओं का अब इंजीनियरिंग की और रुझान कम होने लगा है आलम यह है प्रदेश के इंजीनियरिंग कालेजों में करीब 15 सौ से अधिक सीटें खाली रह गई है।
 
 हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय के अधीन चल रहे 34 से अधिक महाविद्यालयों में डेढ़ हजार से अधिक सीटें इस बार खाली रह गई हैं। बीटेक की 1200 से अधिक सीटें, एमबीए की 200, जबकि बीएससी होटल मैनेजमेंट की 125 से अधिक सीटें खाली रह गई हैं। इंजीनियरिंग, फार्मेसी, एमबीए, एमसीए और होटल मैनेजमेंट के लिए अलग-अलग काउंसलिंग शेड्यूल जारी करने के बावजूद यह सीटें नहीं भर पाई हैं।
 
खाली सीटों पर चिंता जताते हुए विश्वविद्यालय ने 30 नवंबर को स्पॉट राउंड भी करवाया। सीटें खाली रहने से तकनीकी विवि से संबद्धता प्राप्त एक दर्जन से अधिक निजी महाविद्यालय संचालकों की चिंता भी बढ़ गई है। निजी कॉलेज प्रबंधकों ने बैंकों से करोड़ों का ऋण लेकर बड़ी-बड़ी भवन खड़े किए हैं। इसके अलावा शिक्षक और गैर शिक्षक स्टाफ को भी प्रतिमाह वेतन के रूप में राशि खर्च करनी पड़ रही है।
 
आर्थिक तंगी से परेशान करीब आधा दर्जन महाविद्यालय पिछले पांच सालों में बंद भी हो चुके हैं। अब एक बार फिर से सीटों के खाली रहने से निजी महाविद्यालय संचालकों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। 
 
तकनीकी विवि हमीरपुर के डीन और परीक्षा नियंत्रक राजेंद्र गुलेरिया ने बताया कि प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय ने इंजीनियरिंग, फार्मेसी, एमबीए और एमसीए समेत अन्य विभागों में सीटों को भरने के लिए काउंसलिंग के कई राउंड करवाए हैं। फार्मेसी महाविद्यालयों में सभी सीटें फुल हैं। 30 नवंबर को आखिरी स्पॉट राउंड हो चुका है। अब सभी महाविद्यालयों में कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं।
 
उधर तकनीकी विवि हमीरपुर के रजिस्ट्रार अनुपम ठाकुर ने बताया कि कई महाविद्यालयों में सीटें खाली रही हैं। इस मामले को सरकार के समक्ष उठाया जाएगा, ताकि खाली सीटों को किसी अन्य तरीके से भरा जा सके। 

 

इन महाविद्यालयों में खाली हैं सीटें

जवाहर लाल नेहरू राजकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय सुंदरनगर में टेक्सटाइल इंजीनियरिंग की 120 में से 78 सीटें खाली हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, मेकेनिकल इंजीनियरिंग की सीटें भी खाली हैं।
 
राजीव गांधी इंजीनियरिंग महाविद्यालय नगरोटा बगवां में आर्किटेक्चर में 23 सीटें खाली हैं। अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय प्रगतिनगर शिमला में इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग 67 सीटें खाली हैं।
 
महात्मा गांधी राजकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय ज्यूरी शिमला में भी 100 से अधिक सीटें खाली हैं। इसके अलावा ग्रीन हिल्स इंजीनियरिंग कॉलेज सोलन, एचआईईटी शाहपुर कांगड़ा, एचआईईटी सिरमौर, केसी एजुकेशनल एंड सोशल वेलफेयर सोसायटी ग्रुप ऑफ रिसर्च एंड प्रोफेशनल इंस्टीट्यूट ऊना, एलआर इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी सोलन, टीआर अभिलाषी मंडी, वैष्णो कॉलेज नूरपुर, सिरडा मंडी, गौतम कॉलेज हमीरपुर और हिमाचल प्रदेश तकनीकी विवि के दडूही परिसर में बीएससी होटल मैनेजमेंट की 25, जबकि नगरोटा बगवां परिसर में 49 सीटें खाली हैं।