अब हिमाचल में होगा ड्रोन का उत्पादन , दो कंपनियां करेगी 200 करोड़ के निवेश , एमओयू साइन

शीघ्र ही हिमाचल प्रदेश में ड्रोन का उत्पादन आरंभ होगा। पालमपुर में आयोजित प्रदेश की प्रथम ड्रोन कॉन्क्लेव में ड्रोन उत्पादक कंपनियों ने हिमाचल में ड्रोन उत्पादन में अपनी रुचि दिखाई है, ऐसे में 2 कंपनियों ने प्रदेश में ड्रोन उत्पादन के क्षेत्र में 200 करोड़ रुपए के निवेश के लिए समझौता पत्र हस्ताक्षरित किए

अब हिमाचल में होगा ड्रोन का उत्पादन , दो कंपनियां करेगी 200 करोड़ के निवेश , एमओयू साइन
 
यंगवार्ता न्यूज़ - काँगड़ा  05-07-2023
 
शीघ्र ही हिमाचल प्रदेश में ड्रोन का उत्पादन आरंभ होगा। पालमपुर में आयोजित प्रदेश की प्रथम ड्रोन कॉन्क्लेव में ड्रोन उत्पादक कंपनियों ने हिमाचल में ड्रोन उत्पादन में अपनी रुचि दिखाई है, ऐसे में 2 कंपनियों ने प्रदेश में ड्रोन उत्पादन के क्षेत्र में 200 करोड़ रुपए के निवेश के लिए समझौता पत्र हस्ताक्षरित किए हैं। ये दोनों कंपनियां प्रदेश में ड्रोन उत्पादन का कार्य करेंगी। पालमपुर में आयोजित ड्रोन कॉन्क्लेव में देशभर से 35 ड्रोन उत्पादक कंपनियों ने भाग लिया। 
 
 
इसी कड़ी में एबेकोड टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौता पत्र हस्ताक्षरित किया गया है। संबंधित कंपनी प्रदेश में ड्रोन उत्पादन के लिए 50 करोड़ का निवेश करेगी। वहीं एक अन्य कंपनी ड्रोनटैक सॉल्यूशन ने ड्रोन उत्पादन के क्षेत्र में 150 करोड़ के निवेश के लिए समझौता पत्र हस्ताक्षरित किया है। दोनों कंपनियों ने कार्यक्रम में वर्चुअली उपस्थित मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह तथा मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार गोकुल बुटेल तथा मुख्य संसदीय सचिव आशीष बुटेल तथा विभिन्न उच्च अधिकारियों की उपस्थिति में समझौता पत्रों का आदान-प्रदान किया। 
 
 
प्रदेश में अनमैंड ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए स्काई एयर कंपनी अपनी टेक्निकल असिस्टैंस तथा परामर्श प्रदेश के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग को उपलब्ध करवाएगी। उक्त कंपनी प्रदेश में डिजिटल टेक्नोलॉजी एंड गवर्नेंस विभाग के साथ मिलकर प्रदेश में फ्लाइट ऑपरेशन मैनेजमेंट व मॉनिटरिंग का कार्य करेगी। स्काई एयर द्वारा यह असिस्टैंस उपलब्ध करवाने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के साथ समझौता पत्र हस्ताक्षरित किया गया है। वहीं फिक्की ने प्रदेश के विभिन्न विभागों में ड्रोन के उपयोग की संभावनाओं तथा उसे धरातल पर मूर्त रूप देने के लिए अपने टेक्निकल असिस्टैंस उपलब्ध करवाने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के साथ समझौता पत्र हस्ताक्षरित किया है। 
 
 
जबकि आईआईटी रोपड़ तथा कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के मध्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित डिजिटल कीट विज्ञान, पशुधन प्रबंधन, कोल्ड चेन प्रबंधन प्रणाली , इंटरनेट ऑफ थिंग्स और सटीक कृषि में अनुसंधान और शिक्षा के सहयोग और प्रचार के माध्यम से सहयोग करेंगे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा कि हिमाचल में ड्रोन उत्पादन के क्षेत्र में निवेश करने वाले निवेशकों को समस्त सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। 
 
 
ड्रोन उत्पादन के लिए संबंधित कंपनियां स्थान का चयन करें, उन्हें तुरंत स्थान की उपलब्धता करवाई जाएगी। वहीं उन्होंने कहा कि हिमाचल में बिजली के प्रचारक उपलब्धता है, ऐसे में निवेशक शीघ्र ड्रोन उत्पादन का कार्य आरंभ करें। हिमाचल सरकार भी विभिन्न विभागों में ड्रोन के उपयोग के लिए कंपनियों से ड्रोन भी खरीदेगी।