हिमाचल में अब नहीं बनेगी नई पंचायतें , सरकार ने क्यों लगाई रोक जानिए………

हिमाचल में अब नहीं बनेगी नई पंचायतें , सरकार ने क्यों लगाई रोक जानिए………

हिमाचल में अब नहीं बनेगी नई पंचायतें , सरकार ने क्यों लगाई रोक जानिए………
हिमाचल में अब नहीं बनेगी नई पंचायतें , सरकार ने क्यों लगाई रोक जानिए………

हिमाचल में अब अलग पंचायत बनवाने वाले लोगों के सपनों को झटका लगा है, क्योंकि प्रदेश सरकार ने जनगणना के चलते मार्च तक नई पंचायतें बनाने पर रोक लगा दी है।

अधिसूचना में साफ किया गया है कि मई 2020 से मार्च 2021 तक चलने वाली जनगणना के चलते यह कदम उठाया है, ताकि कार्य में कोई बाधा न पड़े। धर्मशाला ब्लॉक की दो बड़ी पंचायतों सौकणी द कोट व टंग नरवाणा में 11-11 वार्ड हैं।

टंग नरवाणा पंचायत सबसे बड़ी है जिसकी वर्तमान में 4800 जनसंख्या है और सालग से लेकर उथड़ाग्रां तक छह किलोमीटर की दूरी है।

पंचायत ने तीन पचायतों सालग, टंग व रसेहड़ तीन पंचायतों के पुनर्गठन का प्रस्ताव पारित कर संबंधित विभाग को भेजा था, लेकिन रोक के कारण इस वर्ष होने वाले पंचायत चुनावों में फिर लोगों को बड़ी पंचायत में ही रहना पड़ेगा।

धर्मशाला ब्लॉक की सबसे बड़ी मंत पंचायत थी, जिसके 13 वार्ड थे, जोकि अब नगर निगम में मर्ज हो चुकी है।

जिला कांगड़ा में 2015 में हुए चुनाव से पहले 760 पंचायतें थीं, जिनमें से 12 पंचायतें नगर निगम व नगर पंचायतों में जाने के बाद अब 748 पंचायतें हैं और पुनर्गठन के लिए 102 पंचायतों ने प्रस्ताव भेजे हैं लेकिन अधिसूचना जारी होने के बाद अब 2020 के दौरान होने वाले पंचायत चुनावों में लोगों को नई पंचायत के सपने अधूरे ही रह गए।


जिला पंचायत अधिकारी अश्विनी शर्मा ने बताया कि जिला से 102 प्रस्ताव नई पंचायतों के अलग करने के भेजे जा चुके हैं। प्रदेश सरकार ने भी दो विधानसभा क्षेत्रों में बंटी पंचायतों को एक हलके में शामिल करने का निर्णय लिया था।

इसके बाद पंचायतें सक्रिय हो गई थीं। लेकिन जनगणना कार्य के कारण अब अलग अलग पंचायतें बनवाने का सपना साकार नहीं हो पाएगा। नवंबर या दिसंबर में पंचायत चुनाव भी होने हैं, ऐसे में अब अलग पंचायतों का सपना जल्‍द पूरा होने की उम्‍मीद कम ही है।