बारिश के जख्म देख कर हैरान हो गई केन्द्रीय की टीम , सोलन ज़िला में 365 करोड़ से अधिक का नुकसान 

केन्द्रीय अंतर मंत्रालय दल द्वारा आज सोलन ज़िला में भारी वर्षा के कारण प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर नुकसान का आकलन किया गया। दल ने आज सोलन ज़िला के परवाणु, कामली, कोटी, जाबली, धर्मपुर, सिहारड़ी, सुल्तानपुर, रून्दनघोडों, क्यार और शामती में भारी वर्षा के कारण हुए नुकसान का जायज़ा लिया। दल ने राष्ट्रीय उच्च मार्ग 05 पर हुई क्षति की विस्तृत जानकारी प्राप्त

बारिश के जख्म देख कर हैरान हो गई केन्द्रीय की टीम , सोलन ज़िला में 365 करोड़ से अधिक का नुकसान 

यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन  19-07-2023

केन्द्रीय अंतर मंत्रालय दल द्वारा आज सोलन ज़िला में भारी वर्षा के कारण प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर नुकसान का आकलन किया गया। दल ने आज सोलन ज़िला के परवाणु, कामली, कोटी, जाबली, धर्मपुर, सिहारड़ी, सुल्तानपुर, रून्दनघोडों, क्यार और शामती में भारी वर्षा के कारण हुए नुकसान का जायज़ा लिया। दल ने राष्ट्रीय उच्च मार्ग 05 पर हुई क्षति की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। दल ने तदोपरांत सोलन में इस सम्बन्ध में आयोजित एक बैठक में विस्तृत प्रस्तुतिकरण के माध्यम से नुकसान की वास्तविक स्थिति जानी और पूर्ण ब्यौरा प्राप्त किया। बैठक में प्रस्तुतिकरण के माध्यम से जानकारी दी गई कि सोलन ज़िला में इस मानसून सीज़न में हुई भारी वर्षा से जहां एक ओर राष्ट्रीय राजमार्गों व सिंचाई एवं पेयजल योजनाओं तथा विद्युत बोर्ड को भारी नुकसान पहुंचा है वहीं भूस्खलन इत्यादि के कारण बड़ी संख्या में आवास क्षतिग्रस्त हुए हैं। 
 
 
बैठक में अवगत करवाया गया कि सोलन ज़िला में भारी वर्षा के कारण गत सांय तक लगभग 365 करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है। अभी तक ज़िला में प्रभावित परिवारों को 1.18 करोड़ रुपये की राहत राशि प्रदान की गई है। सोलन ज़िला में भारी वर्षा से राष्ट्रीय राजमार्ग 05 तथा राष्ट्रीय राजमार्ग 105 को काफी नुकसान पहंुचा है। ज़िला में अभी तक कुल 810 आवास, 12 श्रमिक शेड, 153 पशु शालाएं, 03 घराट एवं 429 सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हुई हैं। विद्युत बोर्ड के 1483 ट्रांसफार्मर को नुकसान पहुंचा है। लोक निर्माण विभाग के 184 मार्ग क्षतिग्रस्त हुए है। जल शक्ति विभाग की 294 योजनाओं को नुकसान पहुंचा है। बैठक में जानकारी दी गई कि विद्युत बोर्ड 1473 ट्रांसफार्मर ठीक कर दिए गए है। लोक निर्माण विभाग की 184 क्षतिग्रस्त सड़कों में से 162 सड़कों की मुरम्मत कर दी गई है। जल शक्ति विभाग की 285 योजनाओं को पुनः आरम्भ कर दिया गया है। 
 
 
ज़िला में कुल 3081 हैक्टेयर कृषि योग्य भूमि भारी वर्षा के कारण प्रभावित हुई है। इस कारण लगभग 897 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। बैठक में जानकारी दी गई कि सोलन के शामती क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण 200 बीघा से अधिक भूमि को नुकसान पहंुचा है। यहां इस कारण 132 आवास पूर्ण अथवा आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस आपदा से शामती क्षेत्र के 108 परिवार प्रभावित हुए हंै। इनमें से ऐसे 50 व्यक्ति जिनके पास आवास सुविधा नहीं है, की जटोली मंदिर स्थित राहत शिविर में रहने की व्यवस्था की गई है। शामती पटवार वृत्त के क्यार गांव में भी 05 आवास क्षतिग्रस्त हुए हैं। ज़िला में सोलन उपमण्डल में शिव मंदिर जटोली स्थित राहत शिविर में 40, सपरुन गुरूद्वारा में 04 तथा राजकीय माध्यमिक पाठशाला गमझून में 56, कसौली उपमण्डल में संतोषी माता मंदिर में 24 तथा अर्की उमण्डल के राजकीय माध्यमिक विद्यालय जुबला, बणिया देवी में 80 प्रभावित लोगों के रहने की व्यवस्था की गई है। केन्द्रीय दल को अवगत करवाया गया कि सोलन ज़िला में भारी वर्षा में हुए भूस्खलन के कारण तीन व्यक्तियों की दुःखद मृत्यु हुई है। केंद्रीय अंतर मंत्रालय दल ने सभी विभागों से वर्षा के कारण हुए नुकसान की पूर्ण जानकारी प्राप्त की।
 
 
 उन्होंने कहा कि दल समयबद्ध अपनी रिपोर्ट केन्द्र सरकार को प्रस्तुत करेगा। केन्द्रीय अंतर मंत्रालय दल में सड़क परिवहन एवं उच्च मार्ग मंत्रालय के अधीक्षक अभियंता वरुण अग्रवाल, केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के उपायुक्त (फसल) सुधीर सिंह भदौरिया, केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के निदेशक शैलेश कुमार तथा राष्ट्रीय रिमोट सेंसिंग केन्द्र के वैज्ञानिक अभिनव शुक्ला सम्मिलित थे। इस अवसर पर परवाणु में नगर परिषद की अध्यक्ष निशा शर्मा ने पार्षदों सहित टीम से मुलाकात की और उन्हें नुकसान का विस्तृत ब्यौरा दिया। उन्होंने शीघ्र उदार सहायता की मांग की। उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त अजय यादव, विभिन्न उपमंडलाधिकारी तथा विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी टीम के साथ उपस्थित रहे। उपायुक्त सोलन ने केन्द्रीय दल को सोलन ज़िला में हुए नुकसान का सूक्ष्म ब्यौरा प्रस्तुत किया। अतिरिक्त उपायुक्त अजय यादव ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से जानकारी प्रदान की। यह दल सोलन के उपरांत शिमला तथा किन्नौर ज़िलों में भारी वर्षा से हुए  नुकसान का जायज़ा लेगा।