खुशियों का बैंक ने पूरा किया एक साल , मेरा गांव-मेरा देश एक सहारा संस्था ने साझा किए  अनुभव 

मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के द्वारा संचालित खुशियों का बैंक एक वर्ष का हुआ है। पिछले वर्ष 24 अप्रैल को महंत स्वरूप नाथ के हाथों से खुशियों का बैंक का शुभारंभ करवाया गया था

खुशियों का बैंक ने पूरा किया एक साल , मेरा गांव-मेरा देश एक सहारा संस्था ने साझा किए  अनुभव 
 
यंगवार्ता न्यूज - पांवटा साहिब  24-04-2023
 
 मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के द्वारा संचालित खुशियों का बैंक एक वर्ष का हुआ है। पिछले वर्ष 24 अप्रैल को महंत स्वरूप नाथ के हाथों से खुशियों का बैंक का शुभारंभ करवाया गया था। मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के द्वारा खुशियों के बैंक के एक वर्ष पूर्ण होने पर माजरा शिव मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है उसमें सभी के द्वारा खुशियों का बैंक के एक वर्ष पूर्ण होने पर खुशियां मनाई गई। 
 
 
सभी सदस्यों ने संकल्प लिया कि पिछले एक वर्ष में  जिस तरह से खुशियों के बैंक के द्वारा खुशियां बांटी गई है। इस वर्ष भी खुशियों के बैंक के द्वारा जरूरतमंद लोगों तक खुशियां बांटी जाएंगी। मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के संचालक अनुराग गुप्ता ने बताया कि खुशियों का बैंक आज एक वर्ष का हो गया है तथा खुशियों के बैंक के द्वारा जरूरतमंद लोगों तक खुशियां बांटी जा रही है। वही खुशियों के बैंक में लोग अपने घर में पड़ा गैर जरूरतन सामान जैसे कपड़े , बिस्तर , खिलौने , बर्तन , कॉपी और पेंसिल इत्यादि जमा करवा सकते हैं तथा जिन्हें इस सामान की जरूरत है वह यहां से ले जा सकते हैं। 
 
 
खुशियों के बैंक में पिछले 1 वर्ष में लगभग 3 लाख कपड़े वितरित कर चुके हैं तथा खुशियों का बैंक में लगभग 170 बच्चे रजिस्टर्ड है जिनको खुशियों के बैंक के द्वारा निशुल्क ट्यूशन शिक्षा उपलब्ध करवाई जा रही है। वहीं संस्था के द्वारा एक नई मुहिम चलाई जाएगी जिसमें आसपास के क्षेत्र के स्कूलों में पढ़ रहे बच्चे जिन्हें किसी भी तरह की जरूरत है तो वह मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के सदस्यों से संपर्क कर सकते हैं।