पीएम से सीधे संवाद पर गदगद हुए हंस राज
आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में ऊर्जा मंत्रालय के उज्ज्वल भारत-उज्ज्वल भविष्य कार्यक्रम के तहत आयोजित बिजली महोत्सव के ग्रैंड फिनाले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से देशभर के लाभार्थियों से संवाद किया
यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी 31-07-2022
आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में ऊर्जा मंत्रालय के उज्ज्वल भारत-उज्ज्वल भविष्य कार्यक्रम के तहत आयोजित बिजली महोत्सव के ग्रैंड फिनाले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से देशभर के लाभार्थियों से संवाद किया ।
पीएम से सीधे संवाद का अवसर पाने वाले इन लाभार्थियों में सुन्दरनगर उपमंडल की ग्राम पंचायत बरतो के लुहणू गांव के हंसराज भी शामिल रहे। वे शनिवार को सराज विधानसभा क्षेत्र के थुनाग में आयोजित कार्यक्रम में मौजूद थे और वर्चुअल माध्यम से राष्ट्रीय कार्यक्रम से जुड़े ।
प्रधानमंत्री कुसुम योजना के लाभार्थी हंसराज ने सरकार की मदद से अपनी जमीन पर 500 किलो वॉट का सोलर प्रोजेक्ट लगाया है। इससे बिजली उत्पादन करके वे विद्युत बोर्ड को बेच रहे हैं।
हंस राज ने बताया कि उन्होंने अपनी 10 बीघा घासनी में करीब 2.50 करोड़ की लागत से सोलर प्रोजेक्ट लगाया है। जिसके लिए उन्होंने 2 करोड़ रुपये का लोन लिया है, जिस पर उन्हें सरकार की ओर से 10 लाख रुपये की सब्सिडी मिली। आज इस पावर प्रोजेक्ट से उन्हें अच्छी आमदनी हो रही है।
इसके अलावा पांच लोगों को अपने यहां रोजगार भी दे रखा है। उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट की आमदनी से ही वे लोन की किस्त चुकाने के अलावा पांच लोगों की सैलरी की अदायगी के बाद खुद के लिए करीब 50 हजार रुपये महीना कमा लेते हैं। इससे वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिला पा रहे हैं।
हंस राज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधे संवाद के अवसर को अपनेे लिए बड़े सौभाग्य की बात बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से बात कर उनका मन गदगद है, वे बहुत खुश हैं और प्रधानमंत्री से जो प्ररेणा, प्रोत्साहन और आशीर्वाद मिला है, उससे उनका हौंसला बढ़ा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिमाचल और खासकर मंडी व मंडीवासियों के लिए प्रेम जग जाहिर है। प्रधानमंत्री के संबोधन में गाहे बगाहे इसका जिक्र भी आता ही रहता है। बिजली महोत्सव में लाभार्थी संवाद के दौरान भी प्रधानमंत्री के मंडी प्रेम की बानगी दिखी। मंडी जिले का जिक्र आते ही प्रधानमंत्री ने ‘सेपू बड़ी’ के जायके को याद किया।
मंडी का नाम सुनते ही सेपू बड़ी की याद आ जाती है। प्रधानमंत्री के सहज संवाद से थुनाग विश्राम गृह के सभागार में मौजूद हर व्यक्ति के चेहरे पर स्नेह और अपनत्व भरी मुस्कान तैर गई।