सरकारी स्कूलों के प्री-नर्सरी छात्रों को मिड-डे मील के तहत दो टाइम मिलेगा पौष्टिक आहार
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 14-04-2021
सरकारी स्कूलों के प्री-नर्सरी छात्रों को इस साल से मिड-डे मील के तहत दो टाइम पौष्टिक आहार मिलेगा। प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। वहीं केंद्र सरकार से बजट मांग को लेकर डिमांड भेज दी है।
हालांकि इस बार खास बात यह है कि प्री-नर्सरी छात्रों के साथ पहली से आठवीं तक के छात्रों को दोपहर के खाने के अलावा नाश्ता भी दिया जाएगा। यानी की करीब तीन लाख छात्रों को इस साल से नाश्ते में पेष्टिक आहार भी मिलेगा।
सुबह प्रार्थना सभा के बाद कक्षाएं शुरू होने से पहले छात्रों को खाने के लिए नाश्ते में दूध, फ्रूट व कई चीजें शामिल की जाएंगी। नई शिक्षा नीति के तहत केंद्र सरकार ने इसका प्रावधान किया है।
इसको लेकर अब विभागीय स्तर पर तैयारी शुरू हो गई हैं। प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने इसके लिए डाइट प्लान भी तैयार किया है और पूरा प्लान तीन मई को सबमिट किया जाएगा। इसके बाद केंद्र सरकार के साथ दिल्ली में 21 मई को बैठक होगी।
बैठक में अप्रूवल के बाद नए सत्र से स्कूलों में प्री-प्राइमरी के बच्चों के लिए यह व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। अभी तक पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को मिड-डे मील दिया जाता है।
नए सत्र से प्री-प्राइमरी कक्षाओं को भी मिड-डे मील की व्यवस्था की जा रही है। केंद्र ने मिड-डे मील के तहत स्कूली बच्चों को नाश्ता उपलब्ध कराने की तैयारी तेज कर दी है। (एचडीएम)
मिड-डे मील में पांचवीं के विद्यार्थियों को 100 ग्राम चावल और छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों को 150 ग्राम चावल प्रतिदिन मिलते हैं। सब्जी 60 ग्राम, दाल 30 ग्राम, घी पांच ग्राम, नमक तीन ग्राम, मसाला दो ग्राम, प्याज 10 ग्राम, ड्राई फ्रूट छह ग्राम प्रति विद्यार्थी दिया जाता है।
प्री-प्राइमरी कक्षाओं के लिए ताजे फल, ड्राई फ्रूट, दलिया और खिचड़ी को डाइट चार्ट में शामिल किया है। केंद्र की मंजूरी के बाद ही इसे प्रदेश में लागू किया जाएगा।