102 साल की बुजुर्ग महिला ने कोरोना से जीती जंग
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 27-05-2021
हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान आईजीएमसी शिमला से 102 साल की बुजुर्ग महिला ने कोरोना को मात दी है। यह महिला गुरुवार दोपहर को घर लौट गई है।
आईजीएमसी के कॉलेज प्राचार्य डॉ. रजनीश पठानिया और एमएस डॉ. जनक राज ने महिला को गेट तक छोड़ने आए। कोरोना काल में यह पहली मर्तबा है कि जब इतनी अधिक उम्र की महिला ने बीमारी को मात दी है
जिला किन्नौर के भावनगर निचार की 102 साल की धर्मदासी शिमला में अपने परिजन के साथ रहती हैं। कुछ दिनों पहले कोरोना के लक्षण दिखे तो उपचार के लिए उन्हें आईजीएमसी लाया गया।
14 मई को महिला का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया। बताया जा रहा है कि महिला को इस दौरान सांस की तकलीफ, सिर दर्द और बुखार भी था। गुरुवार को महिला का बेटा आरएस नेगी अपनी मां को लेने अस्पताल पहुंचा।
बेटे ने बताया कि वह आईजीएमसी के डॉक्टरों, स्टाफ नर्स और अन्य कर्मचारियों का धन्यवाद करते हैं जिन्होंने उनकी मां की अस्पताल में अच्छे से देखभाल की।
उन्होंने बताया कि अस्पताल के कर्मी उन्हें फोन करके उनकी मां के उपचार, खाना खाने और ऑक्सीजन लेवल से संबंधित जानकारी देते थे। बुजुर्ग महिला जब घर लौटी तो ऑक्सीजन लेवल 97 था।
आईजीएमसी के एमएस डॉक्टर जनक ने बताया कि स्वस्थ होने के बाद बुजुर्ग महिला को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। महिला का पूर्ण इलाज व देखभाल अस्पताल कर्मियों के द्वारा की गई है। आईजीएमसी अस्पताल के लिए यह एक हर्ष एवं गौरव की बात है। इतनी आयु के मरीज का कोविड के लिए उपचार करना अपने आप में एक चुनौती थी।