आभावों और संघर्ष में निकलता है जनजातीय छात्रों का जीवन पर्याप्त सुविधाएं आवश्यक : एवीबीपी
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 17-03-2021
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छात्र हितों के लिए हमेशा से संघर्षरत रहा है। जनजातीय क्षेत्र में छात्रों को अनेकों समस्यों से जूझना पड़ता है जिनके कारण कई छात्रों की पढ़ाई में समस्या आती है तो कई छात्रों की पढ़ाई रुक जाती है ।
जनजातीय छात्र कार्य हिमाचल प्रदेश के प्रदेश संयोजक आकाश नेगी ने कहा कि जनजातीय छात्र जो आभावों से जूझते आएं हैं उनके विकास व बेहतर शिक्षा के लिए पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध करवाने की अति आवश्यकता है।
हिमाचल प्रदेश के ऐसे क्षेत्रों के महाविद्यालय जैसे कि पालमपुर, संजौली, सुंदरनगर, धर्मशाला,कोटशेरा आदि जहां जनजातीय छात्रों की संख्या अधिक है वहां जनजातीय छात्रावासों को खोला जाए साथ ही पुराने छात्रावासों की मुरम्मत की जाए।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद यह मांग करती है कि जनजातीय हॉस्टलों में वार्डन भी जनजातीय रखा जाए। जनजातीय क्षेत्र जहां स्कूल व महाविद्यालय हैं वहां परिवहन की अच्छी व्यवस्था की जाए।
जनजातीय क्षेत्रों में पहले ही सुविधायों का आभाव रहता है ऐसे में स्कूलों व महाविद्यालयों में प्रयाप्त अध्यापकों के ना होने से बहुत अधिक समस्या का सामना करना पड़ता है अत: जल्द से जल्द सभी रिक्त पड़े पदों को भरा जाए।
ऐसी ही मांगो को लेकर आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जनजातीय छात्रों ने आज हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर को ज्ञापन भी दिया।