आयकर विभाग के कर्मचारी ने लीक किया था पुलिस कांस्टेबल भर्ती का पेपर, राजस्थान से जुड़े है तार
हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में नित नए खुलासे हो रहे हैं। जहां एसआईटी के राडार पर पुलिस ऑफिसर , प्रिंटिंग प्रेस के कर्मी और इस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्य भी है। वही आप एक नया खुलासा
एसआईटी के राडार पर चार पुलिस अफसर, प्रिंटिंग प्रेस के कर्मी, डीजीपी ने चार राज्यों से मांगा सहयोग
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 26-05-2022
हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में नित नए खुलासे हो रहे हैं। जहां एसआईटी के राडार पर पुलिस ऑफिसर , प्रिंटिंग प्रेस के कर्मी और इस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्य भी है। वही आप एक नया खुलासा हुआ है जिसके तहत हिमाचल प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती का जो पेपर लीक हुआ था वह राजस्थान के आयकर विभाग में तैनात एक कर्मचारी द्वारा किया गया था।
इस बात का खुलासा बुधवार को प्रदेश मुख्यालय शिमला से जारी हुई प्रेस विज्ञप्ति में हुआ। पुलिस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार जिला सोलन में पुलिस भर्ती का पेपर लीक हुआ था उसके पीछे राजस्थान के सीकर जिला के रहने वाले संदीप टेलर का हाथ है।
बताते हैं कि संदीप टेलर चित्तौड़गढ़ में आयकर विभाग में बतौर सहायक कार्यरत है। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि संदीप ने दो बिचौलियों वीरेंद्र कुमार और देवराज की मार्फत उम्मीदवारों को तीन लाख रुपये में यह पेपर बेचा था। जिन लोगों को यह पेपर बेचा था उन्हें एसआईटी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
वही एसआईटी के राडार पर कई पुलिस अधिकारी और प्रिंटिंग प्रेस के कर्मी भी है। बताते हैं कि प्रश्नपत्र प्रिंटिंग कमेटी में शामिल रहे चार पुलिस अधिकारी और प्रेस के कर्मचारी भी जांच के दायरे में आ गए हैं जिनसे एसआईटी शीघ्र ही पूछताछ कर सकती है। एसआईटी का दावा है कि प्रिंटिंग प्रेस में पेपर छपने के बाद सील किया गया था।
इनको परीक्षा केंद्र खोला गया और सील वैसे ही बंद पाई गई। जिसके चलते शक है कि पेपर प्रिंटिंग प्रेस से ही लीक हुआ होगा। वही एसआईटी का दावा है कि राजस्थान के आयकर विभाग में तैनात संदीप टेलर ने वीरेंद्र कुमार और देवराज को उनकी सेवाओं के लिए 50000 रुपये दिए थे। उम्मीदवारों द्वारा 80 से 90% का भुगतान ऑनलाइन किया गया है , जबकि कुछ पैसा नकदी के रूप में भी दिया गया है।
इस मामले में संदीप टेलर की पत्नी रिंकी जो पूर्वा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सांग्लिया जिला सीकर में बतौर टीजीटी कार्यरत है। जांच में खुलासा हुआ है कि कुछ पैसा रिंकी के खाते में भी जमा हुआ है जिसके चलते पुलिस अब रिंकी को भी पूछताछ में शामिल कर सकती है।
पुलिस के मुताबिक सोलन जिले से पेपर लीक में शामिल जो आरोपी थे उनसे अभी तक एसआईटी ने 14 मोबाइल फोन और तीन वाहन जब्त किए हैं, जबकि संदीप टेलर को गिरफ्तार करने के लिए हिमाचल पुलिस का एक विशेष दल राजस्थान के चित्तौड़गढ़ और सीकर में पहले ही तैनात किया जा चुका है।
उधर हिमाचल प्रदेश पुलिस ने एसआईटी को स्थानीय पुलिस की सहायता से सुनिश्चित करने के लिए राजस्थान के डीजीपी , एसपी चित्तौड़गढ़ और एसपी सीकर से भी संपर्क किया है। आपको बता दें कि गत दिनों राजस्थान पुलिस कांस्टेबल भर्ती का पेपर भी लीक हुआ था इस मामले में भी उक्त व्यक्ति का हाथ बताया जा रहा है। बताते हैं कि पुलिस कांस्टेबल भर्ती लीक मामले में गिरोह को पकड़ने के लिए एसआईटी पूरी ताकत झोंक रही है।
इस मामले में एसआईटी की अलग अलग टीमें काम कर रही है। कुछ टीमों को बाहरी राज्यों में भी भेजा गया है हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक बिहार, उत्तर प्रदे , राजस्थान और हरियाणा के पुलिस महानिदेशक से सहयोग मांगा है।
साथ ही दिल्ली के पुलिस आयुक्त से भी इस मामले में संपर्क किया गया है। आपको बता दें कि पेपर लीक मामले के तार बाहरी राज्यों से जुड़े हैं जिसके चलते हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा गठित एसआईटी बाहरी राज्यों के पुलिस अधिकारियों से सहयोग मांग रही है।