ऑनलाइन माध्यमों से स्कूल की क्षमता और गुणात्मक शिक्षा देने वाला पहला राज्य है हिमाचल : डॉ.वीरेंद्र शर्मा 

तकनीकी दक्षता उन्नयन के लिए डाइट सोलन द्वारा 5 दिवसीय टेक्नोलॉजी इनेबलमेंट कार्यशाला का समापन

ऑनलाइन माध्यमों से स्कूल की क्षमता और गुणात्मक शिक्षा देने वाला पहला राज्य है हिमाचल : डॉ.वीरेंद्र शर्मा 
तकनीकी दक्षता उन्नयन के लिए डाइट सोलन द्वारा 5 दिवसीय टेक्नोलॉजी इनेबलमेंट कार्यशाला का समापन

 समग्र शिक्षा के राज्य परियोजना निदेशक  सहित 33 स्कूली मुखियाओं ने लिया भाग

यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन  03-12-2021

जिला सोलन के स्कूली प्रमुखों की तकनीकी दक्षता को बढ़ाने के लिए स्टार्स प्रोजेक्ट के तहत पांच दिवसीय टेक्नोलॉजी इनेबलमेंट कार्यशाला का आज समापन हो गया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि समग्र शिक्षा के राज्य परियोजना निदेशक डॉ. वीरेंद्र शर्मा रहे उन्होंने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए।
 
उन्होंने कहा कि शिक्षण-प्रशासनिक कार्य निस्तारण के ऑनलाइन माध्यमों से स्कूल की क्षमता और गुणात्मकता को बढ़ाया जा सकता है। हिमाचल ऐसा पहला राज्य है जिसने इस तरह के कार्यक्रम प्रारंभ किए है।
 
ऑनलाइन प्लेटफार्म पर संचालित हर घर पाठशाला को राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना मिली है। इस मौके पर डिप्टी डायरेक्टर उच्च शिक्षा दलीप नेगी,  डिप्टी डायरेक्टर एलीमेंट्री  दीवान चंदेल,  डिप्टी डीईओ संजीव ठाकुर के प्रिंसिपल चन्द्र मोहन शर्मा भी उपस्थित रहे।
 
ऑनलाइन पठन-पाठन-प्रशिक्षण में प्रयुक्त होने वाली आधुनिक तकनीकों के प्रयोग में स्कूली प्रमुखों को दक्ष बनाने के लिए समग्र शिक्षा हिमाचल प्रदेश तथा शिक्षा विभाग द्वारा स्टार्स प्रोजेक्ट के अंतर्गत टेक्नोलॉजी इनेबलमेंट प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है। इससे न केवल ऑनलाइन अध्यापन में दक्षता आएगी बल्कि प्रशासनिक कार्य निस्तारण में भी कुशलता आएगी। 

क्या है स्टार्स प्रोजेक्ट
 
स्ट्रेंथनिंग टीचिंग लर्निंग एंड रिजल्ट्स फॉर स्टेट्स, वर्ल्ड बैंक फंडेड तथा केंद्र के स्कूली शिक्षा विभाग के माध्यम से समग्र शिक्षा द्वारा संचालित देश के छह  राज्यों हिमाचल प्रदेश, राजस्थान , मध्य प्रदेश , महाराष्ट्र , उड़ीसा तथा केरल में ऐसा प्रोजेक्ट है जिसके लिए इन सभी राज्यों को छह वर्षों के लिए अलग–अलग 500 करोड़ की राशी मिलेगी. इसका उपयोग प्रमुख : राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में की गई अनुशंसाओं को लागू करने में होगा जिसमें प्री.प्राइमरी शिक्षा ,शिक्षा में सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीक के उपयोग,अध्यापक प्रशिक्षण, वोकेशनल शिक्षा ,शासन और विकेंद्रीकृत प्रबंधन को मजबूत कर स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाना है।
 
इन ऑनलाइन टूल्स का दिया गया प्रशिक्षण :  इस पांच दिवसीय टेक्नोलॉजी एनएबलमेंट कार्यशाला में माइक्रोसॉफ्ट कैजाला ,गूगल मीट,ज़ूम एप,दीक्षा एप्लीकेशन,माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस सूट,एक्सेल,पावर पॉइंट ,ऑडियो-वीडियो एडिटिंग टूल्स का गहन प्रशिक्षण दिया जाएगा.ये सभी ऑनलाइन शिक्षा एवं पारदर्शी एवं त्वरित शासन संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
 
डाइट सोलन के  मीडिया कोऑर्डिनेटर डॉ. राम गोपाल शर्मा ने बताया कि इस कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर का कार्य डॉ.संजय गुप्ता, बी.एल.नेगी, विजय कुमार तथा दुर्गेश बिष्ट ने किया।
 
इसके अतिरिक्त एससीईआरटी सोलन से डॉ. हेमंत शांडिल , डाइट सोलन से डॉ. राम गोपाल शर्मा , हर्ष प्रभा, रविन्द्र सिंह ,गोविन्द ठाकुर, बलविंदर,विनय शर्मा ,कैवल्य के अब्दुल कादिर ने प्रशिक्षण में भाग लिया ।

ट्रेनिंग में इन विद्यालय प्रमुखों ने लिया भाग 

ट्रेनिंग में भीमा कपूर, कमल शर्मा, कुलदीप सूर्या,हेम राज गौड़, देश राज शारदा,अंजू शर्मा,सौरभ ठाकुर,कुलबीर,के.एल.शर्मा,सोमनाथ,संजीव परिहार, पल्मो नेगी,बिंदु मदाईक, विजय कुमार , प्रियंका , उपासना, आँचला , मोना राणा, सतिंदर जोशी, सुरेश शर्मा, संतोष कुमार, सुनील कुमार, रविंदर कुमार , सुदेश कुमार , जय पाल बंगा, प्रदीप कुमार, वीरेंद्र शुक्ला, प्रदीप कुमार, महेश,चंचल,सोहन लाल, तिलक राज आदि ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यशाला से हमारी तकनीकी दक्षता में वृद्धि होगी।