कड़ी सुरक्षा के बीच लाहौल-स्पीति के काजा में हवाई मार्ग से भेजी गईं 40 ईवीएम व वीवीपैट मशीनें
हिमाचल में उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग अब मशीनों को मतदान केंद्रों तक पहुंचाने में जुट गया है। इसी कड़ी में लाहौल-स्पीति जिला के काजा में हवाई मार्ग से 40 ईवीएम व वीवीपैट मशीनें भेजी.....
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 23-10-2021
हिमाचल में उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग अब मशीनों को मतदान केंद्रों तक पहुंचाने में जुट गया है। इसी कड़ी में लाहौल-स्पीति जिला के काजा में हवाई मार्ग से 40 ईवीएम व वीवीपैट मशीनें भेजी गईं। कड़ी सुरक्षा के बीच इन मशीनों को भेजा गया।
मंडी लोक सभा उप-निर्वाचन के दौरान इन ईवीएम व वीवीपैट मशीनों का उपयोग काजा क्षेत्र में स्थापित 29 मतदान केंद्रों में किया जाएगा। लाहौल-स्पीति जिला के टाशीगंग में समुद्र तल से सर्वाधिक 15,256 फीट की ऊंचाई पर मतदान केंद्र स्थापित किया गया है।
शिमला जिले के जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र में 8,500 फीट की ऊंचाई पर अढै़ल मतदान केंद्र है। सोलन जिला के अर्की विधानसभा क्षेत्र में 6,204 फीट की ऊंचाई पर पंबड़ मतदान केंद्र तथा जिला कांगड़ा के फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में अगाहर मतदान केंद्र समुद्र तल से 2,100 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
समुद्र तल से अधिकतम ऊंचाई पर स्थित इन मतदान केंद्रों में मतदान प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों के माध्यम से सभी प्रबंध सुनिश्चित जा रहे हैं।
मतदान को सुचारू तौर पर संपन्न करवाने के लिए 11 अतिरिक्त ईवीएम भी भेजी गई हैं। इन सभी ईवीएम मशीनों और वीवीपैट मशीनों को सहायक आयुक्त डॉ. रोहित शर्मा की निगरानी में भेजा गया।
जाहलमा, रंगरिक और टशीगंग को मॉडल मतदान केंद्र के तौर पर स्थापित किया गया है। जबकि जिस्पा और क्यूलिंग दो ऐसे मतदान केंद्र हैं, जहां महिला कर्मी मतदान की प्रक्रिया को पूरा करवाएंगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी, हिमाचल प्रदेश, सी. पालरासु ने बताया कि मंडी लोकसभा तथा फतेहपुर, अर्की व जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्रों के उप-निर्वाचन के दौरान मतदाताओं को अधिक से अधिक मतदान के लिए प्रेरित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। इन निर्वाचन क्षेत्रों में ऊंचाई पर स्थित मतदान केंद्रों तक ईवीएम मशीनें पहुंचाने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।