खनन माफिया का कहर: छापेमारी करने गई टीम पर जानलेवा हमला , माइनिंग इंस्पेक्टर किडनेप  

जिला सिरमौर में खनन माफिया पूरी तरह बेलगाम हो गया है। आलम यह है कि अब खनन माफियाओं द्वारा जहां वन , खनन और पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमले किए जा रहे हैं। वहीं गत रात्रि उत्तराखंड के खनन माफिया माइनिंग इंस्पेक्टर को ही अगवा कर ले गए

खनन माफिया का कहर: छापेमारी करने गई टीम पर जानलेवा हमला , माइनिंग इंस्पेक्टर किडनेप  

 

यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब  12-05-2022
 
जिला सिरमौर में खनन माफिया पूरी तरह बेलगाम हो गया है। आलम यह है कि अब खनन माफियाओं द्वारा जहां वन , खनन और पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमले किए जा रहे हैं। वहीं गत रात्रि उत्तराखंड के खनन माफिया माइनिंग इंस्पेक्टर को ही अगवा कर ले गए। जानकारी के मुताबिक बुधवार देर रात्रि को हिमाचल प्रदेश पुलिस और खनन विभाग की टीम ने यमुना नदी पर मानपुर देवड़ा के समीप छापेमारी की। 
 
 
इस दौरान रात करीब 12 बजे खनन विभाग और पुलिस की टीम ने उत्तराखंड के खनन माफियाओं की गाड़ियों की चेकिंग करनी शुरू की तो कुछ ही देर में उत्तराखंड के खनन माफिया द्वारा टीम पर हमला किया गया। यही नहीं रात करीब 1:30 बजे उत्तराखंड का खनन माफिया माइनिंग इंस्पेक्टर को किडनैप कर उत्तराखंड ले गए। यही नहीं माइनिंग इंस्पेक्टर का किडनैप कर उसका मोबाइल भी छीन लिया। इसकी सूचना रात्रि करीब 1:30 बजे स्थानीय पुलिस को दी गई रात को स्थानीय पुलिस और माइनिंग विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। 
 
 
बताते हैं कि तब तक उत्तराखंड का खनन माफिया फरार हो चुका था और माइनिंग इंस्पेक्टर को अपने साथ उत्तराखंड ले गया था। जब उत्तराखंड पुलिस से संपर्क किया तब जा कर माइनिंग इंस्पेक्टर को छोड़ा गया। जानकारी के मुताबिक बुधवार रात करीब 12 बजे खनन विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि उत्तराखंड की गाड़ियां अवैध रूप से हिमाचल में प्रवेश करती है और हिमाचल प्रदेश की बेशकीमती संपदा को बिना टैक्स दिए उत्तराखंड ले जा रहे थे जिसके चलते माइनिंग विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने मानपुर देवड़ा छापेमारी की। 
 
 
 बताते हैं कि उत्तराखंड के खनन माफिया के साथ पांवटा साहिब के मानपुर देवड़ा के कुछ क्रशर मालिक भी मिले हुए हैं। हैरत की बात तो यह है कि माइनिंग विभाग द्वारा मानपुर देवड़ा में चल रहे सभी क्रशरों को बुधवार रात को बंद कर दिया था लेकिन एक क्रशर सुबह तक चलता रहा जिससे साफ जाहिर होता है कि उक्त क्रशर मालिक की उत्तराखंड के खनन माफिया के साथ सांठगांठ है। मजेदार बात तो यह है कि लगातार खनन माफिया द्वारा पुलिस , वन और माइनिंग डिपार्टमेंट के टीम पर हमले किए जा रहे हैं। बावजूद इसके भी शासन और प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई अमल में नहीं ला रहा है। 
 
 
इससे साफ जाहिर होता है कि उत्तराखंड के खनन माफिया के साथ हिमाचल के कुछ खनन व्यवसाई और ऊंची पहुंच के लोग जुड़े हुए हैं जिसके चलते शासन और प्रशासन बेबस नजर आ रहा है। आपको बता दें कि पिछले लंबे समय से पांवटा साहिब के यमुना नदी पर लगातार अवैध खनन की शिकायतें मिल रही थी , लेकिन खनन माफिया के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई अमल में नहीं लाई है। बताते हैं कि खनन माफिया के साथ कई विभागों की भी मिलीभगत है जिसके चलते खनन माफिया रात दिन यमुना का सीना छलनी कर रहा है। 
 
 
क्या कहता है खनन विभाग 
 
 
उधर जिला खनन अधिकारी सुरेश भारद्वाज ने बताया कि बुधवार रात को माइनिंग विभाग की टीम मानपुर देवड़ा में यमुना नदी के किनारे चेकिंग करने गई थी। जब टीम ने उत्तराखंड की गाड़ियों को रोकना चाहा तो खनन माफिया ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया। उन्होंने कहा कि इसी बीच उत्तराखंड के खनन माफिया गाड़ियों में सवार होकर आए और माइनिंग इंस्पेक्टर को अगवा कर ले गए। साथ ही उसका मोबाइल भी छीन लिया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस में खनन माफिया के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया गया है।