छात्रों को खाली करने होंगे होस्टल सिर्फ विदेशी छात्रों को होस्टलों में रहने की होगी अनुमति
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 07-05-2021
प्रदेश विश्वविद्यालय के होस्टलों में रह रहे छात्रों के लिए अच्छी खबर नहीं है। शुक्रवार 12 बजे तक सभी छात्रों को होस्टल खाली करने होंगे। हालांकि विदेशी छात्रों को होस्टलों में रहने की अनुमति होगी।
वीरवार को एचपीयू प्रशासन ने टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ सहित होस्टल के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। विश्वविद्यालय की गाइडलाइन के तहत शुक्रवार दोहपर 12 बजे तक सभी रिसर्च स्कॉलर, जो एचपीयू में पढ़ाई के लिए रुके हैं, उन्हें होस्टल खाली कर अपने घर जाना होगा।
वहीं विदेश के जो छात्र एचपीयू में पढ़ाई कर रहे हैं, उनके लिए एचपीयू ने थोड़ी राहत दी है। ये छात्र होस्टल में ही रुके रहेंगे, लेकिन उन्हें इसकी जानकारी निदेशक चेयरपर्सन, सुपरवाइजर और डीन स्टूडेंट वेलफेयर सहित चीफ वार्डन को देनी होगी।
कोविड की बंदिशों के चलते इन छात्रों को अपने राज्य की ओर जाना कठिन है और इसके लिए उन्हें औपचारिकताओं से गुजरना होगा। ऐसे में एचपीयू प्रशासन ने इन्हें होस्टल में ही रुके रहने की परमिशन दी है।
इसके अलावा टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ के लिए भी गाइडलाइन जारी की गई है। इसमें एचपीयू में चल रहे विभिन्न प्रोग्राम, जिसमें पीसीपी यानि पर्सनल कांटै्रक्ट प्रोगाम चल रहे हैं, वे पहले की तरह ही चलते रहेंगे। यानि उन्हें बंद नहीं किया जाएगा। शिक्षक घर बैठे छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाएंगे।
वहीं नॉन टीचिंग टाफ का भी वर्क फ्रॉम होम जारी रहेगा। बिना परमिशन के कोई भी शिक्षक-गैर शिक्षक स्टाफ स्टेशन छोड़ कर नहीं जाएगा। इसके लिए एचपीयू प्रशासन की मंजूरी लेना अनिवार्य होगा।
ये आदेश एचपीयू रजिस्ट्रार की ओर से जारी किए गए हैं। सभी तरह के सेमिनार, कार्यक्रम पर रोक के साथ ही एचपीयू में सभी तरह के सेमिनार, कान्फे्रंस, वर्कशॉप ग्रुप एक्टिविटीज पर रोक लगा दी गई है। एचपीयू में किसी भी तरह की भीड़ इकट्ठा नहीं होगी। ये आदेश 17 मई तक लागू कर दिए गए हैं।
इसके साथ ही एचपीयू की लाइब्रेरी, रिजनल सेंटर धर्मशाला और सभी डिपार्टमेंट की लाइब्रेरी भी बंद रहेगी, जबकि इससे पहले छात्रों की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सभी तरह के पुस्तकालय को खुला रखा गया था। अब इन्हें बंद कर दिया गया है।
साथ ही एचपीयू में चल रही जरूरी सेवाएं जैसे, हैल्थ, बिजली विभाग आदि की व्यवस्था सुचारू तौर पर जारी रहेगी। इसके लिए ड्यूटी पर तैनात स्टाफ भी नियमित रूप से एचपीयू आएगा। प्रदेश सरकार की ओर से हिमाचल में कोविड के बढ़ते मामलों के चलते कर्फ्यू लगा दिया गया है।