यंगवार्ता न्यूज़ ऊना 30-04-2023
वर्तमान में सार्थक शिक्षा के लिए विद्यार्थियों को प्रतिदिन के पाठ्यक्रम में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को शामिल करना आवश्यक है ताकि विद्यार्थी वैज्ञानिक दृष्टिकोण से किसी भी समस्या को समझने और उन पर विचार कर निर्णय लेने में सक्षम बन सके। इसी के दृष्टिगत जिला ऊना के स्कूलों में जिला प्रशासन तथा शिक्षा विभाग के माध्यम से विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों से संबंधित विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रुचि पैदा करने के उद्देश्य से 12 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं में अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित विज्ञान प्रयोगशालाएं स्थापित की गई हैं। इन सभी प्रयोगशालाओं को भारतीय वैज्ञानिक डाॅ सीवी रमन इन्नोवेटिव लैब का नाम दिया गया है।
अत्याधुनिक उपकरणों से लैस इन लैबों में विद्यार्थियों को नए-नए आईडिया को हल करने में मदद मिलेगी। विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण की भावना विकसित करने के लिए जिला प्रशासन तथा शिक्षा विभाग के द्वारा जिला के स्कूलों में अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं स्थापित करने के लिए योजना तैयार की गई ताकि विद्यार्थियों को लैब में सभी बुनियादी सुविधाएं मिल सकें। इसी योजना को सफल बनाने के लिए जिला परियोजना अधिकारी (डाइट) द्वारा जिला में इनोवेटिव प्रयोगशालाएं बनाने का प्लान तैयार किया गया।
इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए इंडियन एसोसिएशन ऑफ़ फिजिक्स अध्यापकों के सहयोग से जिला ऊना में प्रथम डाॅ. सीवी रमन इनोवेटिव लैब 27 फरवरी, 2022 को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय थानाकलां में बनाई गई। जोकि विद्यार्थियों के लिए बेहद लाभकारी सिद्ध हुई। इसी के अंतर्गत जिला प्रशासन ने इसी तर्ज़ पर अन्यों स्कूलों में भी इस प्रकार की नई प्रयोगशालाओं को स्थापित करने का निर्णय लिया, जिसके लिए उन्होंने डाइट ऊना को 11 स्कूलों को चिन्हित करने का जिम्मा सौंपा ताकि साथ लगते अन्य स्कूली बच्चें भी स्थापित होने वाली अत्याधुनिक उपकरणों से लैस लैबों का लाभ उठा सके।
वर्तमान में जिला के 12 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में ये डाॅ सीवी रमन इन्नोवेटिव लैबों को स्थापित किया गया है जिसमें रावमापा अंब, बसाल, बसदेहड़ा, चड़तगढ़, धुंधला, थानाकलां, कांगड़, मुबारिकपुर, सलोह, समूरकलां, टकोली व पूबोवाल शामिल हैं। जिला प्रशासन ने स्कूलों की सभी प्रयोगशालाओं में विद्युतीकरण, रंग-रोगन, फर्नीचर तथा उपकरण स्थापित करने के लिए डाईट ऊना को 34 लाख रूपये का बजट आबंटित किया जिसमें बिजली और रंग-रोगन के लिए 2 लाख 12 हज़ार 118 और 6 लाख 95 हज़ार 520 रूपये फर्नीचर के लिए तथा दो लाख रूपये प्रति स्कूल की दर से 24 लाख रूपये उपकरणों को स्थापित करने के लिए आबंटित किए गए।