जान जोखिम में डालकर खाला क्रॉस करने को छात्र मजबूर, प्रशासन नहीं ले रहा सुध 

कालेज के छात्रों को सूंकर खाला पार कर अपनी जान को जोखिम.....

जान जोखिम में डालकर खाला क्रॉस करने को छात्र मजबूर, प्रशासन नहीं ले रहा सुध 

यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब    18-10-2021

तस्वीरें कुछ इस तरह हैं कि आप भी देखकर हैरान हो जाएंगे ,जहां  पालीटेक्निकल कालेज के छात्रों को सूंकर खाला पार कर अपनी जान को जोखिम में डाल कर जाना पड़ रहा है।

बता दे की कालेज के मुख्य मार्ग पर ट्रांसपोर्ट सुविधा नहीं होने के कारण नेशनल हाईवे से शार्ट कट के लिए यह मार्ग प्रयोग कर रहे हैं। वहीं बारिश के मौसम में अचानक खाले में ज्यादा पानी आने से बच्चों का जीवन संकट में है लेकिन नेता अपनी ही राजनीति में व्यस्त हैं ।

सवाल तो अब यह है कि आखिर कालेज बनने के बाद क्यों मार्ग  को नेशनल हाईवे से नही जोड़ा गया। बता दे कि बारिश लगातार हो रही है और ऐसे में खतरा अधिक बना रहता है।

बारिश के मौसम में अचानक खाले में ज्यादा पानी आने से बच्चों का जीवन संकट में है लेकिन अभी तक कोई पुख्ता प्रबंध यहाँ पर नही किया गया है।

इसको लेकर स्थानीय लोगों और छात्रों में अभिवावकों ने तकनीकी शिक्षा मंत्र , ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी और नाहन के विधायक डॉ. राजीव बिंदल से भी मिल चुके है, लेकिन समस्या का समाधान नही हुआ।

बताते चले कि पॉलिटेक्निक कॉलेज धौलाकुआं का नया सेशन इस माह शुरू हो गया है कोरोना काल के चलते पिछले कई दिनों से यह कॉलेज बंद था परंतु कॉलेज बंद होते ही छात्र व छात्राएं अपनी जान हथेली पर रखकर खाला क्रॉस कर रहे हैं तथा प्रशासन के द्वारा कोई भी सुध नहीं ली गई है। 

गौरतलब है कि इस कॉलेज को नदी नालों के बीचो-बीच बनाया गया है तथा इसके लिए सड़क मार्ग लगभग मुख्य मार्ग से तीन-चार किलोमीटर दूर है। जिसके चलते यहां पर पढ़ने वाले छात्र और छात्राएं शॉर्टकट के चक्कर में खाला क्रॉस कर रहे हैं। 

वहीं यहां पर पढ़ने वाले बच्चों ने कहा कि इस खाले में जब से वह कॉलेज आ रहे हैं तब से पानी है तथा वह अपने जूते और चप्पल हाथ में लेकर यह खाला क्रॉस कर रहे हैं।

इस बारे पिछले दिनों जब उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर ने कॉलेज में दौरा किया था। तब उनसे इस सड़क निर्माण के लिए वह पुल बनाने की भी मांग की गई थी परंतु लगभग 2 वर्ष बीत जाने के बावजूद भी इस और प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया है। 

बच्चों को अपनी जान हथेली पर लेकर यह खाला क्रॉस करना पड़ रहा है। वहीं बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि जब तक इस मार्ग पर पुल नहीं बन जाता तब तक यहां पर पानी क्रॉस करने के लिए बोल्डर रख देना चाहिए। जिससे कि बच्चे उन बोल्डर पर पैर रखकर यह खाला क्रॉस कर सके।