जीवन है अनमोल अभियान शुरू , ग्रामीण विकास मंत्री ने किया अभियान का शुभारंभ 

प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में समस्त महिलाओं भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जीवन है अनमोल अभियान शुरू किया है, जिसे ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, कृषि, पशुपालन व मत्स्य पालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने आज बसाल में हिमाचल दिवस समारोह के अवसर पर हरी झण्डी रवाना किया

जीवन है अनमोल अभियान शुरू , ग्रामीण विकास मंत्री ने किया अभियान का शुभारंभ 
 
यंगवार्ता न्यूज़ - ऊना  16-04-2022
 
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में समस्त महिलाओं भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जीवन है अनमोल अभियान शुरू किया है, जिसे ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, कृषि, पशुपालन व मत्स्य पालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने आज बसाल में हिमाचल दिवस समारोह के अवसर पर हरी झण्डी रवाना किया। 4 मई तक चलने वाले इस अभियान में जिला के विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के कम्यूनिटी रिसोर्स पर्सन इन योजनाओं के प्रति जागरुक करने के साथ-साथ स्थानीय बैंकों के माध्यम से सभी स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं का पंजीकरण सुनिश्चित करेंगी।
 
इस अवसर पर राज्य परियोजना अधिकारी रविन्द्र धीमान तथा ज़िला परियोजना अधिकारी ज्योति शर्मा भी उपस्थित रहीं। वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना के अन्तर्गत स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है कि सभी महिलाओं का प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के अन्तर्गत पंजीकरण किया जाए। इन योजनाओं में दो लाख रूपये तक दुर्घटना एवं दो लाख रूपये के मूल्य की जीवन बीमा की सुविधा प्रदान की जाती है।
 
उन्होंने कहा कि योजनाओं के अन्तर्गत सभी पात्र महिलाओं के पंजीकरण के प्रीमियम का भुगतान हिमाचल सरकार वहन किया जा रहा है। जिसके लिए 10 करोड़ रूपये की राशि व्यय की जा रही है। ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को सशक्त एवं स्वावलम्बी बनाने के राज्य में 32000 से अधिक स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया है तथा इनसे 2 लाख 80 हजार से अधिक महिलाएं जुड़ी हैं।
 
उन्होंने कहा कि राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत इन समूहों को कृषि व गैर कृषि क्षेत्रों में आजीविका उपार्जन सम्बन्धी विभिन्न प्रशिक्षण एवं आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। इसके अलावा इनके द्वारा निर्मित उत्पादों की पैकेजिंग, मूल्य संबर्धन एवं विपणन पर सरकारी स्तर पर प्रमुखता से कार्य किया जा रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं।