ट्यूलिप गार्डन से होगी भारत के राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास की पहचान

भारत के राष्ट्रपति के शिमला स्थित आधिकारिक निवास की पहचान भी ट्यूलिप गार्डन से होगी। दिल्ली में राष्ट्रपति भवन की अमृत उद्यान की तरह शिमला के राष्ट्रपति निवास द रिट्रीट में भी अब ट्यूलिप गार्डन तैयार

ट्यूलिप गार्डन से होगी भारत के राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास की पहचान

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला     09-04-2023

भारत के राष्ट्रपति के शिमला स्थित आधिकारिक निवास की पहचान भी ट्यूलिप गार्डन से होगी। दिल्ली में राष्ट्रपति भवन की अमृत उद्यान की तरह शिमला के राष्ट्रपति निवास द रिट्रीट में भी अब ट्यूलिप गार्डन तैयार किया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शिमला दौरे के दौरान इसका शुभारंभ करेंगी। 

यह भी संभव है कि इसका नामकरण भी किया जाए। राष्ट्रपति के दौरे की तैयारियां लगभग पूर्ण हो गई हैं। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना के स्तर पर हुई बैठकों के बाद यह कार्यक्रम तय हुआ है। राज्य की सरकार राष्ट्रपति का स्वागत 18 अप्रैल को आगमन पर करेगी।

आगमन के बाद राष्ट्रपति द रिट्रीट में बने ट्यूलिप गार्डन का शुभारंभ भी करेंगी। द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने के बाद दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन का नाम भी अमृत उद्यान कर दिया है। इसे 31 जनवरी से आम लोगों के लिए खोल दिया था। 

20 अप्रैल को उनके शिमला से वापस जाने के बाद यहां भी राष्ट्रपति निवास को आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। इसके लिए राष्ट्रपति भवन की वेबसाइट पर पहले से आवेदन करना होगा। स्कूली बच्चों के लिए एंट्री नि:शुल्क होगी, जबकि भारतीय नागरिकों के लिए प्रति व्यक्ति 50 रुपए व विदेशी पर्यटकों के लिए 250 रुपए की फीस होगी। 

यह पहली बार है कि शिमला स्थित राष्ट्रपति निवास परिसर को भी आम लोगों के लिए खोला जा रहा है। 173 साल पुराने द रिट्रीट के भवन को हेरिटेज कैटेगरी में रखा गया है और यह शिमला से 13 किलोमीटर दूर छराबड़ा में स्थित है।

20 अप्रैल को राष्ट्रपति निवास पर ही ऐट होम का आयोजन होगा और इस बहाने राष्ट्रपति शिमला के प्रमुख लोगों, सैन्य अधिकारियों, राजनेताओं, प्रशासनिक अधिकारियों, शिक्षाविदों और मीडिया कर्मियों इत्यादि से मिलेंगी। इसी दिन राष्ट्रपति वापस लौट जाएंगी। 

राष्ट्रपति दौरे की तैयारियों को लेकर उनके एडिशनल सेक्रेटरी राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक कर गए हैं और उसके बाद मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने खुद तैयारियों की निगरानी सुनिश्चित की है।

नए राष्ट्रपति के पहले शिमला प्रवास के दौरान यहां नागरिक अभिनंदन की परंपरा भी रही है। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के लिए जयराम सरकार के दौरान पीटरहॉफ के लॉन में नागरिक अभिनंदन किया गया था, लेकिन यह इस बार संभव नहीं है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि शिमला में अभी कोई मेयर नहीं है।