तिब्बत की संस्कृति और परंपराओं को नष्ट कर रही चीन कम्युनिस्ट पार्टी : त्सेरिंग चॉम्फेल

बोले , चीन में होने वाले ओलंपिक खेलों का बहिष्कार करें हिंदुस्तान 

तिब्बत की संस्कृति और परंपराओं को नष्ट कर रही चीन कम्युनिस्ट पार्टी : त्सेरिंग चॉम्फेल
बोले , चीन में होने वाले ओलंपिक खेलों का बहिष्कार करें हिंदुस्तान 
 
 तिब्बती युवा कांग्रेस ने ओलंपिक खेलों के विरोध में शुरू की बाइक रैली
 
अंकिता नेगी - पांवटा साहिब   06-01-2022
 
तिब्बत पर कब्जा करने के बाद भी चीन कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा तिब्बत की संस्कृति और परंपराओं को नष्ट करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं यह बयान तिब्बती युवा कांग्रेस संगठन दिल्ली के के त्सेरिंग चॉम्फेल ने पांवटा साहिब में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान दिया। उन्होंने कहा की चीन तिब्बती बौद्ध मंदिरों और विभिन्न तीर्थस्थल को भी नष्ट कर रहा है।
 
पांवटा साहिब के यमुना टूरिज्म होटल में पत्रकार वार्ता कर त्सेरिंग चॉम्फेल ने कहा की 10 दिसंबर के दिन परम पावन दलाई लामा को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित करके 32 साल की वर्षगांठ के साथ अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस मनाई। इस अवसर पर तिब्बती युवा संगठन के क्षत्रिय युवा संगठन दिल्ली द्वारा दक्षिण भारत बेंगलुरु से बाइक रैली शुरू की गई है।
उन्होंने कहा कि यात्रा का मुख्य कारण चीन में होने वाले ओलंपिक खेल आयोजन करने की योग्यता हीनता को दर्शाते हुए आंदोलन करना है। उन्होंने कहा कि यह बाईक रैली देश के 10 राज्यों में होते हुए दिल्ली पहुंचेगी साथ ही कहा की दिल्ली में रैली पीएमओ कार्यालय में ज्ञापन देकर चीन में होने वालें ओलंपिक खेल का बहिष्कार करने की मांग करेगें।
 
उन्होंने कहा की अभी तक विश्व के 8 बड़े देशों ने चीन में होने वालें ओलंपिक खेल का बहिष्कार करने का एलान किया है। तिब्बती युवा संगठन के क्षत्रिय युवा संगठन दिल्ली की रैली उत्तराखंड से बुधवार दोपहर को पांवटा साहिब पहुंची जहां से देर शाम को रैली शिमला के लिए रवाना हुई।
 
इस मौके पर पांवटा साहिब के मशहूर व्यापारी मदनलाल खुराना ने कहा की यह सबसे बड़ी राष्ट्र की भक्ति और राष्ट्र की सेवा है। उन्होंने कहा की तिब्बत देश के प्रति इतनी ठंड में भी देश के विभिन्न राज्यों में रैली निकालकर देश भक्ति दर्शाता है।
 मदनलाल खुराना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दलाईलामा को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग की साथ ही भारत को चीन से पूर्ण रूप से व्यापार बंद करने की मांग की। इस मौके पर दिल्ली आरटीआईसी त्सेरिंग चॉम्फेल, त्सेवांग ग्यालपो,तेनज़िन लेक्शे, तेनज़िन ढोंडेन , संगमो ,तेनज़िन त्सुल्ट्रिम, तेनज़िन जैम्फेल,तेनज़िन न्येंडक , रिनचेन धोंडुप ,दावा त्सेरिंग मुंगोद ,त्सेरिंग धोंडुप , तेनज़िन चोएकी आदि मौजूद थे।