तिरंगे में लिपटकर पंचतत्व में विलीन हुए शहीद हेड कॉन्स्टेबल देवराज , 4 बच्चों के सिर से उठा पिता का साया

हिमाचल के चंबा के किहार में गुरुवार को एसएसबी के जवान देवराज का अंतिम संस्कार कर दिया। जवान को बीते सोमवार की रात को शराब तस्करों ने गाड़ी से कुचल दिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी।

तिरंगे में लिपटकर पंचतत्व में विलीन हुए शहीद हेड कॉन्स्टेबल देवराज , 4 बच्चों के सिर से उठा पिता का साया

 

यंगवार्ता न्यूज़ - चम्बा 
हिमाचल के चंबा के किहार में गुरुवार को एसएसबी के जवान देवराज का अंतिम संस्कार कर दिया। जवान को बीते सोमवार की रात को शराब तस्करों ने गाड़ी से कुचल दिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। यह घटना भारत-नेपाल सीमा पर घटी थी। गुरुवार को जैसे ही शहीद देवराज का पार्थिव शरीर थसुंडा गांव में पहुंचा तो माहौल गमगीन हो गया। बेटे को तिरंगे में लिपटा देख परिवार बिलख पड़ा। 
 
 
गांव वालों ने देवराज अमर रहे के नारे लगाए। शहीद का अंतिम संस्कार सियुल खड्ड के किनारे किया गया। जिसमें प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। उन्होंने शहीद के पार्थिव देह पर फूल माला चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। एसएसबी की टुकड़ी ने शहीद को अंतिम सलामी दी। शहीद देवराज बिहार के मधुबनी जिला के राजनगर राज परिसर स्थित एसएसबी की 18वीं वाहिनी अंतर्गत अर्राहा बीओपी में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात था। 
 
 
देवराज को बीते सोमवार की रात को स्कॉर्पियो में सवार शराब तस्करों ने कुचल दिया था। यह घटना लदनियां थाना अंतर्गत जोगिया बस्ती के समीप भारत-नेपाल सीमा पर घटी। सोमवार की रात करीब 10:30 बजे एसएसबी जवानों ने नेपाल की और से आ रही एक गाड़ी को रुकने का इशारा किया, लेकिन वाहन चालक एसएसबी जवान देवराज को कुचलते हुए भाग गया। इससे हेड कॉन्स्टेबल देवराज गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। 
 
 
अधिकारी और जवान गंभीर रूप से जख्मी देवराज को जयनगर स्थित अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। जानकारी के अनुसार देवराज के तीन बेटियां और एक बेटा है। बड़ी बेटी दिव्यांशी किहार स्कूल में छठी कक्षा में पढ़ती है। अक्षिता चौथी कक्षा में और अमूल्या केजी में पढ़ती है। जबकि सबसे छोटा बेटा शौर्य है, जो कि अभी मात्र 17 माह का है।