नाबार्ड द्वारा एग्री क्लीनिक एवं एग्री बिजनेस योजना पर जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित

राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक ( नाबार्ड) द्वारा आज यहां एग्री क्लीनिक एवं एग्री बिजनेस योजना (एसीएबीसी) पर एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई।

नाबार्ड द्वारा एग्री क्लीनिक एवं एग्री बिजनेस योजना पर जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित
यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन  11-11-2021
 
राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक ( नाबार्ड) द्वारा आज यहां एग्री क्लीनिक एवं एग्री बिजनेस योजना (एसीएबीसी) पर एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई।
 
कार्यशाला में बैंकर्स, सम्बन्धित विभागों, कृषि व बागवानी से सम्बन्धित डिप्लोमा या डिग्री धारकों को योजना के विषय में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक अशोक चौहान ने कहा कि योजना का उद्देश्य कृषि क्लीनिकों का निर्माण कर फसलों एवं पशुओं की उत्पादकता बढ़ाना तथा कृषकों की आय में आशातीत वृद्धि करने के लिए उन्हें विशेषज्ञों द्वारा परामर्श व सेवाएं प्रदान करना है।
 
अशोक चौहान ने कार्यशाला में एसीएबीसी योजना की विस्तृत जानकारी प्रदान की। योजना के अंतर्गत कृषि संबंधी शैक्षणिक योग्यता प्राप्त पात्र अभ्यर्थियों को मैनेज, हैदराबाद द्वारा चिन्हित नोडल प्रशिक्षण संस्थान में कृषि उद्यमिता आधारित प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
 
इसके उपरांत एसीएबीसी योजना के अंतर्गत उद्यम लगाने के लिए नाबार्ड के माध्यम से संचालित ऋण उपदान का लाभ उठाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नोडल प्रशिक्षण संस्थान में दिया जाने वाला प्रशिक्षण आवासीय एवं निःशुल्क है।
 
एसीएबीसी के माध्यम से कृषकों को एक ही स्थान पर जानकारी उपलब्ध होती है। इसके माध्यम से किसान उन्नत तकनीकों का प्रयोग कर अपनी आय में सकारात्मक वृद्धि कर सकते हैं। साथ ही उद्यमी, योजना के अंतर्गत सहायता प्राप्त कर अपने उद्यम के माध्यम से आय अर्जित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि योजना के अन्तर्गत 45 दिन के प्रशिक्षण के लिए आयु सीमा 18 से 60 वर्ष निर्धारित की गई है।
 
पात्र अभ्यर्थी वेबसाईट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। अशोक चौहान ने कहा कि योजना के तहत महिलाओं , अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्गों व पहाड़ी क्षेत्रों में उद्यमियों द्वारा 44 प्रतिशत का अनुदान प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि इस योजना को प्रभावशाली बनाने व अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने का प्रयास किया जाना चाहिए ताकि किसानों को अधिकाधिक लाभार्जन हो सके और वे विस्तार की सुविधाएं प्राप्त कर सकें।
 
जिला के अग्रणी बैंक यूको बैंक के जिला प्रबंधक केके जसवाल ने जिला के बैंकों की ओर से आश्वासन दिया कि इस योजना व अन्य प्रायोजित योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए बैंकों द्वारा हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।
 
कार्यशाला में उपनिदेशक कृषि राजेश कौशिक, डा. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के प्रसार विभाग के संयुक्त निदेशक डा. अनिल सूद, कृषि विज्ञान केन्द्र कंडाघाट से डॉ. जितेंद्र चौहान तथा विभिन्न बैंकों, विभागों, गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधि, कृषक व संभावित उद्यमी उपस्थित थे।