नियमों को ताक पर रख कर एनएच का निर्माण कर रही कंपनियां , नदी में डाला जा रहा मलबा 

नियमों को ताक पर रख कर एनएच का निर्माण कर रही कंपनियां , नदी में डाला जा रहा मलबा 
चमेल देसाइक - नाहन  26-05-2021
 
पर्यावरण संरक्षण नियमों को धत्ता बता कर राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर विभागीय लापरवाही के चलते कार्य कर रही कम्पनियां बेलगाम हो गई है। कंपनी द्वारा निजी, वन भूमि के अतिरिक्त नदी, नालों में सरेआम हजारों ट्रक मलबा डाला जा रहा है। मलबा फेकने का खेल सम्बन्धित विभाग की नाक तले चल रहा है। जहाँ सरेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है और कार्रवाही करने वाले अधिकारी कुम्भकर्णी नींद सोए हुए है।
 
जानकारी के मुताबिक श्रीक्यारी से गुम्मा के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर सड़क निर्माण कार्य प्रगति पर है। कंपनी डंपिग साइड से बाहर निजी, वन परिक्षेत्र भूमि पर मलबा डम्प कर रही है जो मलबा सीधा टोंस नदी में जा रहा है। मिनस के समीप धत्रवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी ने लगभग 5 हजार ट्रक से अधिक मलबा वन परिक्षेत्र भूमि को माध्यम बनाकर टोंस नदी में डाल दिया है यह क्रम लगातार जारी है।
 
क्षेत्रीय लोगो में हीरा सिंह, कल्याण सिंह, तपेन्द्र सिंह, ध्यान सिंह, रूप राम, होशयार सिंह, केवल राम, दिप चंद की माने तो राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर जब से सड़क कटिंग कार्य शुरू हुआ है तबसे कोई अधिकारी मौका का निरीक्षण करने नही पहुँचा है। धत्रवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी अपनी मनमानी कर रही है, निजी, सरकारी भूमि के अलावा नालो व नदियों में मलबा फेंका जा रहा है जिससे कई जगह पेयजल सोर्स बन्द हो गए है।
 
पेयजल लाइने क्षतिग्रस्त हो रही है एक माह बाद बरसात आनी है इसलिए भूमि कटाव का डर सता रहा है। कंपनी व अधिकारियों की मिलीभगत होने के कारण कंपनी पर कार्रवाही नहीं हो रही है। देखरेख कर रहे विभाग को कई बार शिकायते की गई है बावजूद उसके मर्ज बढ़ता ही जा रहा है। आश्चर्य इस बात से हो रहा है कि मीडिया पहले ही मामले को प्रमुखता से उठा चुका है लेकिन अधिकारियों की चुप्पी व मौका पर न पहुँचना जहां सवाल खड़े कर रहा है।
 
यदि विभागीय अधिकारियों से सम्पर्क करने की कोशिशें की जाती है तो फोन ब्लैकलिस्ट किये जा रहे है, विकास के बहाने भ्रष्टाचार  को बढ़ावा दिया जा रहा है, इससे भी नकारा नही जा सकता है। जनता के करोड़ो रूपये सरकार सड़क पर खर्च कर रही है जिसमे पर्यावरण, वनस्पति, वातावरण, पेयजल स्त्रोत, सरकारी व निजी भूमि सहित नदी, नालों को सुरक्षित रखने के लिए बजट का प्रावधान तो रखा ही है साथ ही उलंघन करने वाली कम्पनी के खिलाफ कार्रवाही करने के सख्त कानून बनाए है। लेकिन यहाँ रक्षक ही भक्षक नजर आ रहै है जिससे क्षेत्र में विकास के नाम पर विनाश हो रहा है।
 
 शिलाई वन परिक्षेत्र अधिकारी विद्या सागर ने मामले पर बताया कि सड़क पर कार्य कर रही कम्पनी ने वन परिक्षेत्र के माध्यम से टोंस नदी में हजारों ट्रक मलबा फेंका है इसकी सूचना उन्हें मिली है। इसलिए कंपनी का चालान किया जाएगा साथ ही विभागीय कार्रवाही अमल में लाई जा रही है।
 
राष्ट्रीय राजमार्ग 707 का कार्य करवा रहे एनएच के अधिशासी अभियंता विवेक पांचाल बताते है कंपनियां जिस तरह कार्य कर रही है वह सही है। हम कार्रवाई करने में असमर्थ है इसलिए मौका का निरीक्षण नही कर सकते। धत्रवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के मैनेजर नरेंद्र धत्रवाल ने मामले पर बताया कि वह अब वन परिक्षेत्र व नदी में मलबा डालना बंद कर रहे है तथा निर्धारित डंपिंग जॉन में मलबा डंप करेंगे।