प्रधानमंत्री ने पांचवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन दक्षिण भारत के लोगों को की लोकार्पित  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की सातवीं एवं दूसरी पीढ़ी की पांचवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन दक्षिण भारत के लोगों को लोकार्पित की। श्री मोदी ने बेंगलुरु के कैंपेगौडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 2 का भी उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री ने पांचवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन दक्षिण भारत के लोगों को की लोकार्पित  

न्यूज़ एजेंसी - बेंगलुरु      11-11-2022

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की सातवीं एवं दूसरी पीढ़ी की पांचवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन दक्षिण भारत के लोगों को लोकार्पित की। श्री मोदी ने बेंगलुरु के कैंपेगौडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 2 का भी उद्घाटन किया। 

कर्नाटक के मैसूर से तमिलनाडु के चेन्नई तक चलने वाली इस गाड़ी का मोदी ने केएसआर बेंगलुरु (पूर्व में बेंगलूर सिटी) स्टेशन से हरी झंडी दिखा कर चेन्नई के लिए रवाना किया। इस तरह से वंदे भारत एक्सप्रेस उस शहर को भी मिल गयी जहां इसे विकसित किया गया है। 

उद्घाटन अवसर पर बेंगलुरु रेलवे स्टेशन पर प्रधानमंत्री के साथ कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और कोयला एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी मौजूद थे। 20608अप/20607 डाउन वंदे भारत एक्सप्रेस बुधवार को छोड़ कर सप्ताह के छह दिन चला करेगी। 

शनिवार 12 नवंबर से इसकी नियमित सेवा शुरू होगी। यह गाड़ी 498 किलोमीटर की दूरी करीब साढ़े छह घंटे में तय करेगी। 20607 डाउन गाड़ी एमजीआर चेन्नई सेंट्रल स्टेशन से सुबह पांच बजकर 50 मिनट पर रवाना होगी। यह सात बजकर 21 मिनट पर काटपाडी, दस बजकर 20 मिनट पर बेंगलुरु और 12 बजकर 20 मिनट पर मैसुरु पहुंचेगी। 

वापसी की दिशा में 20608 अप गाड़ी मैसुरु से अपराह्न एक बज कर पांच मिनट पर रवाना होगी। यह गाड़ी दोपहर दो बजकर 55 मिनट पर केएसआर बेंगलुरु स्टेशन, पांच बज कर 36 मिनट पर काटपाडी स्टेशन और शाम साढ़े सात बजे एमजीआर चेन्नई पहुंचेगी।

सर्वविदित है भारतीय रेलवे की नयी पीढ़ी की वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के नए रैक का 180 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार पर परीक्षण किया जा चुका है। नयी आधुनिक बोगी डिजायन के कारण अधिकतम गति पर बिना कोई झटका या कंपन के दौडऩे में सक्षम है।

भविष्य में बनने वाले रैक 200 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से चलने में सक्षम होंगे जिन्हें विकसित देशों में निर्यात भी किया जाएगा। दूसरे लग्जरी रेल रैकों की तुलना में कम लागत वाले और अंतरराष्ट्रीय स्तर के राइडिंग इंडेक्स वाले रैक को बाजार में अच्छी प्रतिक्रिया मिलने की आशा है। 

टर्मिनल 2 की डिज़ायन उद्यानों के शहर बेंगलुरु को समर्पित है और यात्रियों को बगीचे के टहलने जैसा अनुभव होगा। यात्रियों को दस हजार वर्गमीटर से अधिक हरी भरी दीवारों, हैंगिंग गार्डन एवं आउटडोर गार्डन के बीच चलने का अहसास होगा। 

इन बागों का निर्माण स्वदेशी तकनीक से किया गया है। कैंपेगौडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के समूचे परिसर में शत प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा का इस्तेमाल हो रहा है और टर्मिनल 2 भी डिजाइन इसी सिद्धांत पर बनायी गयी है।