परेशन थियेटर में इन्फेक्शन को कम करने की पहल, प्रदेश में जोनल अस्पताल धर्मशाला का पहला प्रयास
प्रदेश के दूसरे महत्वपूर्ण शहर धर्मशाला स्थित जोनल अस्पताल प्रशासन ने आपरेशन थियेटर (ओटी) में इन्फेक्शन की संभावना को कम करने की पहल की है। अस्पताल के बाहर ओटी के खराब सामान को ऑटोमेटिड ट्राली के माध्यम से कंट्रोल करने के प्रयास जोनल अस्पताल में किए जा रहे हैं
यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला 03-10-2022
प्रदेश के दूसरे महत्वपूर्ण शहर धर्मशाला स्थित जोनल अस्पताल प्रशासन ने आपरेशन थियेटर (ओटी) में इन्फेक्शन की संभावना को कम करने की पहल की है। अस्पताल के बाहर ओटी के खराब सामान को ऑटोमेटिड ट्राली के माध्यम से कंट्रोल करने के प्रयास जोनल अस्पताल में किए जा रहे हैं। आपरेशन थियेटर में प्रयोग में लाया जाने वाला सामान, जो खराब हो जाता था, उसे उसी रास्ते से वापिस लिया जाता था।
जहां से मरीज आता था। इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने लोनिवि के माध्यम से एक पुली सिस्टम बनाया है, जिससे ओटी में आपरेशन के दौरान जो खराब सामान है, वो कुली के माध्यम से लांडरी में चला जाए, उसका कार्य जोनल अस्पताल में चल रहा है। इसके लिए सरकार की ओर से 8 लाख रुपये की राशि मुहैया करवाई गई है।
जोनल अस्पताल धर्मशाला के सीनियर मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ. राजेश गुलेरी ने कहा कि किसी भी क्रिटिकल केयर एरिया में प्रयास यही रहता है कि खराब हुए सामान को उस रास्ते से वापिस न ले जाया जाए, जहां से नया सामान लाया जा रहा है, जिससे इन्फेक्शन की संभावना कम हो जाती है।
एक रास्ते से नया सामान लाने और खराब सामान को दूसरे रास्ते से ले जाने का प्रदेश का यह धर्मशाला में पहला प्रयास है, जहां अस्पताल के बाहर ऑटोमेटिड ट्राली से खराब सामान को कंट्रोल करने का प्रयास कर रहे हैं।
जोनल अस्पताल धर्मशाला का आपरेशन थियेटर 30 से 35 साल पुराना है, जिसकी मरम्मत की जरूरत थी। जिस पर अस्पताल प्रशासन ने कायाकल्प पुरस्कार के तहत मिली राशि से इसका कार्य शुरू कर दिया है।
इसके लिए बकायदा अस्पताल की रोगी कल्याण समिति की गवर्निंग बॉडी की एपू्रवल भी ली गई है और 9 लाख रुपये की लागत से इस कार्य को किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त पिछले 7-8 माह में अस्पताल में सिविल वर्क और लिफ्ट बदलने सहित कई कार्य करवाए गए हैं।
जोनल अस्पताल धर्मशाला के सीनियर मेडिकल सुपरीटेंडेंट डा. राजेश गुलेरी ने कहा कि आपरेशन थियेटर में इन्फेक्शन को कम करने के लिए धर्मशाला अस्पताल द्वारा प्रदेश में पहला प्रयास किया जा रहा है, जिससे ओटी के खराब सामान को भवन के बाहर ऑटोमेटिड ट्राली के माध्यम से कंट्रोल करने की पहल की गई है।