बेजुबानों का सहारा बने शिमला के विकास, बंदरों और कुत्तों को खिला रहे हर रोज खाना

बेजुबानों का सहारा बने शिमला के विकास, बंदरों और कुत्तों को खिला रहे हर रोज खाना

विनोद कुमार - शिमला  12-05-2021

कोरोना महामारी के कारण जंहा मानव जाति पर बड़ा हमला हुआ है वंही जानवर भी कोरोना के कारण लगे कर्फ्यू और लॉक डाउन की मार झेल रहे हैं और भुखमरी का शिकार हो रहे हैं।

कर्फ्यू के कारण लोगों घरों में कैद हो गए हैं जिसके कारण बंदर, चिड़िया और कुत्तों को खाना नसीब नहीं हो रहा है।ऐसे वक्त में शिमला के विकास बेजुबानों का सहारा बने हैं और हर रोज लगभग 10 किलो आटे की चपातियां बनाकर आसपास के आवारा जानवरों को खिला रहे हैं जो और के लिए एक प्ररेणा है।

विकास ने बताया कि वे और उनके दोस्त हर रोज शिमला के बेजुबान बंदरों, चिड़िया और कुत्तों को खाना खिला रहे हैं।जानवरों को खाना खिलाने से मन को एक अलग खुशी भी मिलती है।

कर्फ्यू के कारण लोग घरों में है जिस वजह से जानवरों को खाना नहीं मिल पा रहा है। जानवर अपनी भूख को बयां नहीं कर सकते हैं इसलिए लोगों को अपने खाने के साथ कुछ अतिरिक्त खाना बनाकर इस मुश्किल घड़ी में जानवरों को खाना खिलाना चाहिए ताकि ये भुखमरी का शिकार न हो।