बिजली बोर्ड का कारनामा : तीन बल्ब का बिजली अढ़ाई हजार , ग्रामीणों के उड़े होश
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 13-06-2021
कोरोना काल में जुन्गा क्षेत्र में एकमुश्त तीन महीने के भारी भरकम बिजली बिल आने से ग्रामीण काफी परेशान है। विद्युत बोर्ड द्वारा हर माह बिजली बिल न देने के बजाए तीन महीने का इकटठा बिल लोगों को थमा दिए है जिससे गरीब लोग काफी परेशानी में हैं।
पूर्व प्रधान अतर सिंह ठाकुर , राकेश कुमार, प्रीतम ठाकुर सहित अनेक बुद्धिजीवी वर्ग का कहना है कि बिजली बोर्ड द्वारा एकमुश्त तीन महीने का बिल देना तर्कसंगत नहीं है। इससे पहले भी बोर्ड के कर्मचारियों द्वारा कई बार मौके पर मीटर रीडिंग न करने की बजाए भारी भरकम औसतन बिजली बिल थमाए जाते हैं।
बोर्ड के इस रवैये से हर वर्ग परेशान हैं। इनका कहना है कि एक तरफ कोरोना संकट में लोगों की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय है दूसरी ओर बोर्ड द्वारा मनमाने ढंग से दिए गए बिलों की अदायगी बारे गरीब परिवारों को चिंता सता रही है।
एक उदाहरण प्रस्तुत करते हुए इन्होने कहा कि एक परिवार के केवल तीन बल्ब जलने पर बोर्ड के कर्मचारी ने मीटर को अनदेखा करके 2507 रुपये का बिल थमा दिया। हालांकि परिवार के सदस्यों का आरोप है कि मीटर पर कालख जमने से कुछ भी नजर नहीं आ रहा था इसके बावजूद कर्मचारी द्वारा बिना मीटर देखे बिल थमा दिया गया।
अतर सिंह ठाकुर और प्रीतम सिंह ठाकुर का कहना है कि हल्की बारिश व हवा के कारण जुन्गा क्षेत्र की ग्राम पंचायत कोटी, सतलाई, बलोग, पीरन में बिजली कई घंटो गुल हो जाती है जिससे लोगों को अपने मोबाइल को चार्ज करने के अलावा घर पर रखे बिजली के अन्य उपकरण बंद होने से काफी परेशानी पेश आती है।
गौरतलब है कि इन पंचायतों में सतलाई, पीरन व बलोग पंचायत में बिजली विभाग का कोई भी कर्मचारी कार्यरत नहीं है। जिस कारण इस क्षेत्र के लोग पूर्व की भांति विद्युत फीडर गौड़ा से जोड़ने की सरकार से बार बार मांग कर रहे हैं। अधीशासी अभियंता विद्युत मंडल शिमला प्रतात सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण बिजली बिलों को देने में विलंब हुआ है ।