यंगवार्ता न्यूज़ - देहरादून 20-06-2023
केदारनाथ के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं। भक्त दर्शन के लिए जाते हैं तो वीडियो शूट कर के अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट करते हैं। फिलहाल, केदारनाथ में लगे सोने के प्लेट्स को लेकर माहौल गरम था ही कि अब एक और नया बवाल खड़ा हो गया है। इस घटना से भगवान केदारनाथ मंदिर की गोपनीयता पर भी सवाल खड़ा हो रहा है।
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें एक महिला केदारनाथ के गर्भगृह में शिवलिंग पर नोट उड़ाते हुए नजर आ रही है। महिला के आसपास पुजारी भी मौजूद हैं , लेकिन किसी ने भी महिला को रोकने की कोशिश नहीं की। महिला शिवलिंग पर ऐसे नोटों की बारिश कर रही है जैसे वह किसी डिस्को बार में डांस करने आई है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष ने मामले की जांच के आदेश दिए। इस वीडियो को देखने के बाद लोगों में भारी नाराजगी देखने को मिल रहा है।
वायरल वीडियो में यह भी साफतौर पर दिख रहा है कि मंदिर के पुरोहित महिला को इस कार्य को करने से रोकने के बजाय खड़े होकर मंत्रोच्चारण कर रहे हैं और पूजा करवा रहे हैं। साथ में एक शख्स इसका वीडियो भी बना रहा है। जबकि केदारनाथ के गर्भगृह में वीडियो और फोटोग्राफी पर सख्त मनाही है। फिलहाल वीडियो में दिख रही महिला कौन है इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। उधर, बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेन्द्र अजय ने रूद्रप्रयाग डीएम मयूर दीक्षित और पुलिस अधीक्षक से वीडियो की जांच करने को कहा।
साथ ही महिला पर कार्रवाई करने की मांग भी की है। वीडियो वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ने लगा। जिसके बाद कार्याधिकारी केदारनाथ मन्दिर समिति की तरफ से जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस को तहरीर दी गयी। इस वीडियो से हिन्दू सनातन धर्मावम्बियों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है जिससे कि देश और विदेश में श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हुईं। सम्बन्धी शिकायत के आधार पर कोतवाली सोनप्रयाग ने केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के खिलाफ महिला पर केस दर्ज किया।
इधर, उत्तराखण्ड पुलिस ने महिला पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। साथ ही उत्तराखण्ड पुलिस ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि केदारनाथ धाम के गर्भ गृह में एक महिला द्वारा रुपये उड़ाये जाने के वीडियो का संज्ञान लेकर पुलिस द्वारा धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने संबंधी धाराओं के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।