बर्फ से लकदक बारालाचा और शिंकुला में पर्यटकों का सैलाब , देश-बिदेश से पहुंच रहे सैलानी

अटल टनल खुलने से बारालाचा और शिंकुला दर्रा सैलानियों के लिए नए पर्यटन स्थल के तौर पर उभरने लगा है। समुद्रतल से 16040 फुट की उंचाई पर स्थित बारालाचा दर्रा लाहौल घाटी को लद्दाख से जोड़ता है। जून महीने में भी बारालाचा दर्रा बर्फ से लकदक

बर्फ से लकदक बारालाचा और शिंकुला में पर्यटकों का सैलाब , देश-बिदेश से पहुंच रहे सैलानी
 
यंगवार्ता न्यूज़ - कुल्लू   15-06-2023

अटल टनल खुलने से बारालाचा और शिंकुला दर्रा सैलानियों के लिए नए पर्यटन स्थल के तौर पर उभरने लगा है। समुद्रतल से 16040 फुट की उंचाई पर स्थित बारालाचा दर्रा लाहौल घाटी को लद्दाख से जोड़ता है। जून महीने में भी बारालाचा दर्रा बर्फ से लकदक है। केलांग से 73 और मनाली से 144 किलोमीटर दूर बारालाचा दर्रा तक चार घंटे का सफर है। 
 
 
रोहतांग दर्रा जाने के लिए एनजीटी की और से सीमित वाहनों संख्या निर्धारित होने के कारण सैलानी बड़ी संख्या में बर्फ के दीदार के लिए बारालाचा दर्रा का रुख कर रहे हैं। सैलानियों की सुविधा के लिए हिमाचल पर्यटन विभाग मनाली से बारालाचा दर्रा के बीच दो बसें चल रही है। बारालाचा दर्रा में अभी भी चार से आठ फुट तक बर्फ बिछी हुई है। सैलानी यहां पहुंच कर सर्द मौसम के साथ खूबसूरत वादियों का आनंद उठा रहे हैं। 
 
 
बारालाचा दर्रा पहुंचने से पहले सैलानी बर्फ से ढकी सूरज ताल का दीदार कर रहे हैं। जून महीने में भी सूरज ताल पूरी से बर्फ की चादर से ढकी है। सूरज ताल केलांग से 65 और मनाली से 130 किलोमीटर दूर मनाली-लेह हाईवे से सटा है। बारालाचा और लेह जाने वाले पर्यटक सूरज ताल रुक कर सेल्फी लेते देखे जा रहे हैं।