बरसात से प्रदेश को हुआ 5000 करोड़ का नुकसान , दुर्गम इलाकों में फंसे 60 हज़ार लोगों को किया रेस्क्यू : नरेश चौहान

गत दो दिनों से प्रदेश में मानसून नर्म पड़ा है। ऐसे में प्रशासन तेजी के साथ राहत और बचाव के कार्य में जुटा हुआ है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू लगातार प्रदेश के मौसमी आपदा में प्रभावित हुए क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं तो प्रशासन लगातार राहत और बचाव के कार्य में जुटा हुआ है। इसी बीच मुख्यमंत्री सुक्खू के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने प्रेस वार्ता के जरिए प्रदेश के वर्तमान हालातों की जानकारी

बरसात से प्रदेश को हुआ 5000 करोड़ का नुकसान , दुर्गम इलाकों में फंसे 60 हज़ार लोगों को किया रेस्क्यू : नरेश चौहान

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 13-07-2023

गत दो दिनों से प्रदेश में मानसून नर्म पड़ा है। ऐसे में प्रशासन तेजी के साथ राहत और बचाव के कार्य में जुटा हुआ है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू लगातार प्रदेश के मौसमी आपदा में प्रभावित हुए क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं तो प्रशासन लगातार राहत और बचाव के कार्य में जुटा हुआ है। इसी बीच मुख्यमंत्री सुक्खू के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने प्रेस वार्ता के जरिए प्रदेश के वर्तमान हालातों की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश को अब तक 5 हज़ार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है तो वही की ओर से 60 हज़ार लोगों को अब तक रेस्क्यू किया जा चुका है। 
 
 
मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने बताया कि प्रदेश में भारी बरसात में सबसे ज्यादा नुकसान प्रदेश के 6 से 7 जिलों को उठाना पड़ा है। उन्होंने बताया की इस बरसात के चलते प्रदेश को अब तक 5000 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। चौहान ने बताया कि प्रदेश के अंदर रेस्क्यू का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पल-पल की रिपोर्ट ले रहे हैं। नरेश चौहान ने कहा कि प्रदेश के अंदर अब तक लगभग 60000 लोगों को रेस्क्यू करके निकाला जा चुका है तो वही 10 हजार के करीब लोगों को जल्द ही निकालने के प्रयास में सरकार जुटी हुई है। 
 
 
उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा मुश्किल रेस्क्यू ऑपरेशन लाहौल स्पीति और चंद्र ताल में चला जाता है। जहां 300 लोग बर्फबारी के बीच फंसे हुए थे। ऐसे में मुख्यमंत्री सुरेंद्र सिंह ने खुद भी चंद्रकांता हवाई दौरा किया जिसके बाद भारी बर्फबारी के बीच अब तक यहां से 42 लोगों को निकाला जा चुका है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रदेश में बिजली सड़क संपर्क मार्ग मार्ग पेयजल परियोजनाएं संचार व्यवस्था है सबको बरसात ने क्षति पहुंचाई है सरकार प्राथमिकता देते हुए पेयजल परियोजनाओं समेत मूलभूत सुविधाओं को बहाल करने में जुटी हुई है।