भज्जीनाला सिंचाई योजना से ट्रहाई गांव की भूमि उगलेगी सोना

मशोबरा ब्लाॅक के ट्रहाई गांव के लिए निर्मित की जा रही  भज्जीनाला-ट्रहाई सिंचाई योजना का निर्माण कार्य अंतिम चरण पर

 भज्जीनाला सिंचाई योजना से ट्रहाई गांव की भूमि उगलेगी सोना

हिमकेड योजना के तहत ट्रहाई गांव के खेतों तक पहूंचेगा पानी  

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 14-02-2022

मशोबरा ब्लाॅक के ट्रहाई गांव के लिए निर्मित की जा रही  भज्जीनाला-ट्रहाई सिंचाई योजना का निर्माण कार्य अंतिम चरण पर है । इस योजना के बन जाने से ट्रहाई गांव की करीब 19 हैक्टेयर भूमि सिंचित होगी। इस योजना का कार्य देख रहे कनिष्ठ अभियंता जेएसवी कोटी राजकुमार शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा  ट्रहाई गांव को सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए अनुसूचित जाति उप योजना के तहत  40 लाख की राशि स्वीकृत की गई है। 

हालांकि इस गांव में अनुसूचित जाति के लोगों की कुल आबादी करीब दस प्रतिशत है।  इस वर्ग के कुछ लोग ही इस योजना का लाभ उठा पाएंगें । बताया कि  इस प्रवाह सिंचाई योजना के तहत  करीब पांच किलोमीटर लंबी पाईपों को बिछाने का कार्य युद्धस्तर पर है। जिससे ट्रहाई के अलावा शापड़, खील की सेर सहित सैंकड़ों बीघा भूमि सोना उगलेगी। 

बता दें कि ट्रहाई गांव में किसानों द्वारा भू-संरक्षण विभाग के सौजन्य से गिरिनदी से 28 निजी लिफ्टें लगाई है। राजकुमार ने बताया कि सिंचाई योजना का पानी किसानों के खेतों तक पहूंचाने के लिए हिमकेड योजना के तहत सरकार द्वारा 30 लाख की राशि स्वीकृत की गई है। जिसके तहत पौने दो लाख लीटर क्षमता का ट्रहाई में स्टोरेज टैंेक निर्मित किया जाएगा ताकि भज्जी नाला से आने वाले पानी को स्टोर किया जा सके। 

इसके अतिरिक्त किसानों के खेतों तक चैनल बनाए जाएंगे और विभिन्न बिंदूओं पर पानी के वितरण के लिए छोटे छोटे टैंक निर्मित किए जाएंगे । जिससे किसानों को सिंचाई के लिए आसानी से पानी मिल सके । 

प्रगतिशील किसान प्रीतम ठाकुर का कहना है कि इस योजना अपने स्तर पर  तैयार करने व  स्वीकृत करवाने मेें जेएसवी विभाग कोटी के अधिकारियों का विशेष योगदान रहा है । हिमकेड योजना के लिए किसी भी एजेंसी अर्थात ग्रामीण अथवा पंचायत स्तर तथा चुने हुए प्रतिनिधियों द्वारा कोई पत्राचार नहीं किया गया था।

प्रीतम ठाकुर ने बताया कि करीब 40 वर्ष पूर्व आईपीएच विभाग द्वारा भज्जीनाला से ट्रहाई गांव के लिए कूहल बनाई गई थी परंतु पिछले करीब दस वर्षों से यह योजना जीर्णशीर्ण अवस्था में हो गई थी जिस कारण विशेषकर गरीब किसान नकदी फसलों के उत्पादन करने से महरूम हो गए थे। 

 सिरमौर के प्रवास के दौरान  जेएसवी मंत्री महेन्द्र ठाकुर से इस बारे शरगांव में भेंट की गई थी जिनके द्वारा अनुसूचित जाति उप योजना के तहत 40 लाख की राशि उपायुक्त शिमला के माध्यम से  भज्जीनाला- ट्रहाई सिंचाई योजना के लिए स्वीकृत करवाई गई थी।  

उन्होने बताया कि भज्जीनाला में करीब दस इंच पानी हर समय उपलब्ध है। जिससे किसानों को प्रचुर मात्रा में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा और अब किसान वर्षा पर निर्भर नहीं रहेंगे।