मंडी में धूमधाम से आयोजित होगा अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेला, सीएम 2 मार्च  को करेंगे शुभारंभ

छोटी काशी मंडी का अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव यहां के देवी-देवताओं को समर्पित है। ये महापर्व विशेष तौर से देव संस्कृति और यहां की समृद्ध परंपराओं को प्रमुखता देते हुए 2 से 8 मार्च तक पूरी धूमधाम  

मंडी में धूमधाम से आयोजित होगा अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेला, सीएम 2 मार्च  को करेंगे शुभारंभ

यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी   26-02-2022

छोटी काशी मंडी का अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव यहां के देवी-देवताओं को समर्पित है। ये महापर्व विशेष तौर से देव संस्कृति और यहां की समृद्ध परंपराओं को प्रमुखता देते हुए 2 से 8 मार्च तक पूरी धूमधाम  से  मनाया जाएगा। महोत्सव का शुभारम्भ मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर करेंगे। वे 2 मार्च को प्रथम जलेब में शामिल होंगे।

यह जानकारी उपायुक्त अरिंदम चौधरी ने शनिवार को आयोजित प्रेसवार्ता में दी। उन्होंने इस मौके पत्रकारों को मेले के निमंत्रण पत्र देते हुए मीडिया के माध्यम से सभी लोगों को भी शिवरात्रि मेले का ‘न्यूंद्रा’ दिया।

न्होंने कहा कि 2 मार्च को प्रथम जलेब के बाद मध्य जलेब 5 मार्च को निकाली जाएगी। तीसरी और अन्तिम जलेब में 8 मार्च को राज्यपाल श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर शामिल होंगे। वे समापन समारोह में मुख्यातिथि होंगे।

अरिंदम चौधरी ने कहा कि जिला प्रशासन ने देवताओं के नजराने और देवलुओं के मानदेय में बढ़ोतरी को लेकर प्रस्ताव मुख्यमंत्री कार्यालय भेजा है। सीएम नजराने और मानदेय में वृद्धि को लेकर फैसला लेंगे।

उपायुक्त ने बताया कि इस बार मेला समिति को पड्डल मैदान से कुल 2 करोड़ 9 लाख 98 हजार 198 रुपये की आय हुई है।  इसमें पड्डल मैदान से 1.52 करोड़, छोटे पड्डल में झूला इत्यादि से 25 लाख 90 हजार, तंबोला से 7 लाख 8 हजार और रेहड़ी-फहड़ी से 25 लाख रुपये से अधिक की आमदनी हुई है। कुल मिलाकर ये पहले के मुकाबले करीबन 15 लाख रुपये अधिक है। इसके अलावा टिकट, स्मारिका विज्ञापन, डोनेशन और अन्य योगदान के माध्यमों से भी आय प्राप्त हो रही है।

उपायुक्त ने कहा कि पिछली बार की तरह इस बार भी 216 पंजीकृत देवी देवताओं को महोत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। मंडी आने वाले देवी देवताओं, कारदारों और देवलुओं की सुविधा के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध कर लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस बार धाम का आयोजन यू ब्लॉक की बजाय भीमाकाली सभागार में रहेगा।  

अरिंदम चौधरी ने कहा कि इस बार पड्डल मैदान मंडी शिवरात्रि मेले के अतीत को जीवंत बनाती पुराने फोटोज की एक विशेष प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है। हमारा प्रयास है कि देव आस्था का यह महा समागम देव संस्कृति को और मजबूती देने में सहायक हो तथा युवा पीढ़ी का इससे जुड़ाव और गहरा हो।

उपायुक्त ने कहा कि महोत्सव में सांस्कृतिक संध्याओं में हिमाचली कलाकारों को प्राथमिकता देने पर बल दिया गया है। प्रत्येक सांस्कृतिक संध्या में हिमाचली कलाकारों के कार्यक्रम होंगे।

अरिंदम चौधरी ने बताया कि मेले में इस बार 6 की बजाय 7 सांस्कृतिक संध्याएं रखी हैं। 7वीं संध्या हमारे देश के वीर शहीदों को समर्पित रहेगी । इसमें शहीदों के परिजनों के अलावा सैनिक परिवारों को विशेष तौर से बुलाया जाएगा।