महंगाई की मार : हिमाचल में बढ़े किताबों के दाम , 300 रूपये तक महंगे हुए बुक्स के सेट 

हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड सहित निजी स्कूलों की किताबों की कीमतें पिछले साल के मुकाबले बढ़ गई हैं। दसवीं कक्षा की किताबों के एक सेट में लगभग 300 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई

महंगाई की मार : हिमाचल में बढ़े किताबों के दाम , 300 रूपये तक महंगे हुए बुक्स के सेट 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला      04-02-2023

हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड सहित निजी स्कूलों की किताबों की कीमतें पिछले साल के मुकाबले बढ़ गई हैं। दसवीं कक्षा की किताबों के एक सेट में लगभग 300 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह अन्य कक्षाओं की किताबों की कीमतें भी बढ़ गई हैं। नए शैक्षणिक सत्र की किताबें खरीदने के लिए अभिभावक अब दुकानों पर पहुंचने लगे हैं। 

हालांकि स्कूल खुलने में अभी वक्त है। कुछ स्कूल फरवरी माह के अंत तक खुल जाएंगे और कुछ स्कूल मार्च माह के पहले सप्ताह में खुलेंगे। बच्चों के अभिभावकों को निजी स्कूलों से किताबों की सूची दी जा रही है। बीते शैक्षणिक सत्र में निजी स्कूलों में दसवीं की सृजन केमिस्ट्री , फिजिक्स और बायो की तीन किताबें 499 रुपये में मिल रही थीं अब यही किताबें 599 रुपये में दी जा रही हैं। 

इसके अलावा हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की किताबों के मूल्यों में भी 20 से 30 रुपये प्रति किताब बढ़ोतरी हुई है। पुस्तक विक्रेताओं का कहना है कि कागज की कीमतों में वृद्धि होने से यह मूल्य बढ़े हैं। पायलट पेन जो बीते सत्र में 50 रुपये का था वह अब 70 रुपये में बिक रहा है। हाइलाइटर पहले 20 का था अब 30 रुपये में मिल रहा है। 

फाइल कवर पहले 40 का था इस बार 60 रुपये में मिल रहा है। लोअर बाजार स्थित पुस्तक विक्रेता रीटा ने बताया कि इस समय एनसीईआरटी, एचपी बोर्ड और निजी प्रकाशकों की किताबें बिक रही हैं। बताया कि केवल एचपी बोर्ड और निजी स्कूलों की किताबों के दाम बढ़े हैं। एनसीईआरटी की किताबों के रेट नहीं बढ़े हैं।