राज्यसभा में भाजपा का शतक, 1990 के बाद पहली बार किसी पार्टी के हुए 100 सांसद

अपने इतिहास में पहली बार भाजपा ने गुरुवार को हुए चुनाव में असम, त्रिपुरा और नागालैंड में एक-एक सीट जीतने के बाद राज्यसभा में 100 सदस्य होने की उपलब्धि हासिल की है

राज्यसभा में भाजपा का शतक, 1990 के बाद पहली बार किसी पार्टी के हुए 100 सांसद

 

न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली  01-04-2022
 
अपने इतिहास में पहली बार भाजपा ने गुरुवार को हुए चुनाव में असम, त्रिपुरा और नागालैंड में एक-एक सीट जीतने के बाद राज्यसभा में 100 सदस्य होने की उपलब्धि हासिल की है। छह राज्यों की 13 राज्यसभा सीटों के लिए हाल ही में हुए द्विवार्षिक चुनावों में भाजपा ने पंजाब से अपनी एक सीट खो दी, लेकिन तीन पूर्वोत्तर राज्यों और हिमाचल प्रदेश से एक-एक सीट हासिल की।
 
यहां सभी पांच निवर्तमान सदस्य विपक्षी दलों से थे। पिछली बार किसी पार्टी के पास उच्च सदन में 100 या अधिक सीटें 1990 में थीं, जब 1990 के द्विवार्षिक चुनावों में कांग्रेस के सदस्यों की संख्या गिरकर 99 हो गई थी। तत्कालीन सत्तारूढ़ कांग्रेस के पास इससे पहले 108 सदस्य थे। राज्यों में सत्ता छिनने और गठबंधन युग शुरू होने के बाद से कांग्रेस में गिरावट का दौर जारी रहा। हालांकि, भगवा पार्टी की पकड़ कमजोर हो सकती है क्योंकि लगभग 52 और सीटों के लिए जल्द ही मतदान होगा और आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, राजस्थान, झारखंड जैसे राज्यों में उसे झटका लगने की उम्मीद है। 
 
 
उत्तर प्रदेश से भाजपा को थोड़ा लाभ मिलता दिख रहा है जहां वह 11 में से कम से कम आठ रिक्त पदों पर जीत हासिल कर सकती है। उत्तर प्रदेश के 11 सेवानिवृत्त राज्यसभा सदस्यों में से पांच भाजपा के हैं।