वैक्‍सीनेशन की धीमी रफ्तार पर शांता कुमार ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, बताया यह फार्मूला

वैक्‍सीनेशन की धीमी रफ्तार पर शांता कुमार ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, बताया यह फार्मूला

यंगवार्ता न्यूज़ - काँगड़ा 24-07-2021

पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिख कर यह कहा है कि कोरोना का सबसे बेहतर इलाज सब लोगों को वैक्‍सीन टीका लगाना है।

लेकिन वैक्‍सीन की इतनी कमी है कि आज की गति से पूरे देश के लोगों को दो साल में भी टीका नहीं लगाया जा सकेगा। उन्होंने याद दिलवाया कि वे संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष थे। 

समिति ने दवाई उद्योग पर सरकार को एक रिपोर्ट दी थी। उस में कहा था कि विदेशी वायर कंपनी कैंसर की एक दवाई मैक्साबार 2 लाख 80 हजार रुपये में बेचती थी, लोग बहुत परेशान थे।

उस समय सरकार ने भारत की स्वदेशी कंपनी हैदराबाद की नैटको को कम्पलसरी लाईसेंस दिया। 2 लाख 80 हजार रुपये की दवाई उसी गुणवत्ता की 8 हजार 800 रुपये में बिकने लगी। दवाई की कमी भी नहीं रही। 

कंपनी ने पेटेंट कंट्रोलर से लेकर उच्च न्यायालय तक मुकदमा लड़ा। उच्च न्यायालय ने अपने ऐतिहासिक निर्णय में सरकार के पक्ष में फैसला दिया। शांता कुमार ने कहा सरकार भारत की 10 स्वेदशी कंपनियों को टीका बनाने का कंपलसरी लाईसेंस दे।

करोड़ों की संख्या में वैक्‍सीन बनेगी। बहुत सस्ते दाम पर बिकेगी । कुछ ही महीनों में पूरे भारत के लोगों को टीका लगा कर राहत दी जा सकती है। 

उन्होंने कहा जो बात उनकी कमेटी ने 10 साल पहले कही थी और जिसे 15 दिन पहले उन्होंने कहा था। अब वही बात भारत सरकार के एक विद्वान और योग्य मंत्री नितिन गडकरी ने कही है।

उन्होंने भारत सरकार से आग्रह किया है कि सरकार अतिशीघ्र कंपलसरी लाइसेंस दे और करोड़ों लोगों को राहत दे। यदि सरकार ऐसा नहीं करती तो कारण बताए, जो अटल बिहारी वाजपेयी के समय सरकार कर सकती थी वह आज की सरकार क्यों नहीं कर सकती।

शांता कुमार ने कहा नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना महामारी का पूरे देश में अच्छे तरीके से उपचार तथा अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं। एक कठिनाई से पूरा देश परेशान हैं। कोरोना का सबसे बढ़िया ईलाज है सभी लोगों को वैक्सीन टीका लगना। ईजराइल ने यह किया और उसे बहुत अधिक लाभ हुआ।

पेटेंट कानून के कारण टीका अधिक संख्या में उपलब्ध नहीं है। जिस गति से भारत में टीका लगाया जा रहा है उस गति से 140 करोड़ लोगों को टीका लगाने में दो साल से भी अधिक समय लगेगा। 

उन्होंने कहा कि भारत सरकार पर यह आरोप लग रहा है कि बहुराष्ट्रीय विदेशी कंपनियों के दबाव में भारत ऐसा नहीं कर रहा। उसके लिए इस आरोप पर विश्वास करना कठिन है।

उन्हें यह समझ नहीं आ रही कि यदि उस समय कंपलसरी लाइसेंस दिया जा सकता था तो आज क्यों नहीं दिया जा रहा। आज उससे भी अधिक भयंकर परिस्थिति है। टीके के लिए पूरे देश में मारामारी हो रही है। 

इस परिस्थिति में भारत सरकार स्वदेशी कंपनियों को कंपलसरी लाइसेंस देकर भारत के करोड़ों लोगों को टीका क्यों नहीं पहुंचा रही है। शांता कुमार ने विश्वास जताया कि इस संबंध में प्रधानमंत्री अतिशीध्र कार्रवाई करेंगे।