शिमला में भी शुरू होगा भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से पायलट प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में डिजिटल रुपये  

भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से पायलट प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में डिजिटल रुपये शिमला में भी शुरू होगा। वीरवार को पहले चरण में यह प्रोजेक्ट देश के 4 बैंकों के साथ 4 शहरों में शुरू हुआ। पायलट योजना में दूसरे चरण के लिए आठ बैंकों की पहचान की गई

शिमला में भी शुरू होगा भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से पायलट प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में डिजिटल रुपये  

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला      02-12-2022

भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से पायलट प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में डिजिटल रुपये शिमला में भी शुरू होगा। वीरवार को पहले चरण में यह प्रोजेक्ट देश के 4 बैंकों के साथ 4 शहरों में शुरू हुआ। पायलट योजना में दूसरे चरण के लिए आठ बैंकों की पहचान की गई है। 

पहला चरण स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक और आईडीएफ सी फ र्स्ट बैंक के साथ शुरू हुआ है। बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफ सी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक दूसरे चरण में पायलट योजना से जुड़ेंगे। पहले चरण में मुंबई, नई दिल्ली, बंगलुरु और भुवनेश्वर में सुविधा शुरू हुई है।

दूसरे चरण में शिमला के साथ अहमदाबाद, गंगटोक, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोच्चि, लखनऊ और पटना शामिल होंगे। भविष्य में आवश्यकतानुसार अन्य बैंकों और स्थानों को प्रोजेक्ट में शामिल किया जाएगा। दूसरा चरण कब शुरू होगा इसकी तारीख निर्धारित नहीं है, पहले चरण की कामयाबी पर दूसरा चरण निर्भर करेगा। 

डिजिटल प्रोजेक्ट के तहत आरबीआई अब नकदी के अलावा डिजिटल रुपये भी जारी करेगा। मोबाइल ऐप पर यह सेवा चलेगी। किसी भी प्रकार की खरीददारी के लिए लोग डिजिटल रुपये का इस्तेमाल कर सकेंगे। यह मोबाइल वॉलेट से अलग होगा। यह पेमेंट का एक नया तरीका होगा। 

बैंक से डिजिटल रुपये खरीदने के बाद लोग इसके जरिये भुगतान कर सकेंगे। डिजिटल करेंसी आरबीआई का डिजिटल प्रोजेक्ट है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पहले चरण में 4 बैंकों के साथ 4 शहरों में शुरू हुआ है। 

दूसरे चरण में शिमला सहित नौ शहरों में यह करेंगी लागू होगी। मोबाइल ऐप के आधार पर यह काम करेगा। सामान्य करेंसी की तरह डिजिटल करेंसी भी आरबीआई जारी करेगा। यह आरबीआई की अपनी तरह की पहली डिजिटल करेंसी होगी जो नकदी की जगह लेगी। 

डिजिटल रुपये के पीछे देश के केंद्रीय बैंक का सहयोग होगा जबकि बिटकॉइन पूरी तरह प्राइवेट डिजिटल करेंसी है। यह पूरी तरह आम रुपयों की तरह ही होगा लेकिन इसका स्वरूप डिजिटल होगा। डिजिटल रुपये का इस्तेमाल सामान्य रुपयों के रूप में कर सकेंगे लेकिन रुपये डिजिटल रूप में होंगे।