शिलाई विकासखंड में चल रहे कथित भ्रष्टाचार की जांच करने पहुँची एडीसी सिरमौर की टीम

विधायक हर्षवर्धन चौहान ने दफ्तर में छुपाई गई भ्रष्टाचार की फाइल जांच कमेटी के पास ख़ुद पहुँचाई,

शिलाई विकासखंड में चल रहे कथित भ्रष्टाचार की जांच करने पहुँची एडीसी सिरमौर की टीम
विधायक हर्षवर्धन चौहान ने दफ्तर में छुपाई गई भ्रष्टाचार की फाइल जांच कमेटी के पास ख़ुद पहुँचाई,
 
यंगवार्ता न्यूज़  - शिलाई  01-02-2022
 
गत दिनों शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान द्वारा मुख्यमंत्री के साथ हुई विधायक प्राथमिकता बैठक के दौरान उठाया गया विकास खंड शिलाई में हो रहे भ्रष्टाचार के मुद्दे की जांच आरम्भ हो गई है।
 
मंगलवार को कमेटी की चेयरमैन एडीसी नाहन के नेतृत्व में टीम शिलाई शिलाई पहुंची, अपनी टीम के साथ उन्होंने विकास खंड कार्यालय में विधायक द्वारा की गई शिकायतों की जांच आरंभ कर दी गई है। मौके पर स्थानीय विधायक हर्ष वर्धन चौहान भी मौजूद रहे।
 
बतातें चले कि गत माह स्थानीय विधायक ने प्रेस कॉन्फेंस करके विकास खंड कार्यालय द्वारा किये जा रहे कार्यों में  भ्रष्टाचार ओर कमीशन लेने के आरोप लगाए थे, एक बड़ा खुलासा किया था, लेकिन इस सारे वाक्ये को प्रशासन ने रद्दी के टोकरे में डाल दिया था।
 
कुछ न होता देख विधायक ने मामला विधायक प्राथमिकता बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया, मुख्यमंत्री ने उपायुक्त सिरमौर को उचित कार्रवाई करने के आदेश दिए। उपायुक्त सिरमौर ने एडीसी सिरमौर के नेतृत्व में जांच कमेटी गठित की गई। कमेटी मंगलवार को विकासखंड कार्यालय शिलाई पहुंची,जांच जारी है।
 
जांच के दौरान एक वाक्य पेश आया जब हर्षवर्धन चौहान ने कमेटी के समक्ष शिकायत की फाइलें लाने को कहा तो कर्मचारी टालमटोल करने लगे।
 
हर्षवर्धन चौहान ने स्वयं जाकर फाइलों का बड़ा गट्ठा खुद उठाकर लाया, जिसे विभागीय कर्मचारी छिपाने की कोशिश कर रहे थे, उधर इस सम्बंध में जांच कमेटी की चयरमेंन एडीसी सिरमौर सोनाक्षी सिंह तोमर ने बताया कि मामले की निष्पक्षता से जांच की जायेगी, जल्द ही जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी जाएगी। 
 
अतिरिक्त उपायुक्त सोनाक्षी सिंह तोमर ने बताया की विधायक शिलाई द्वारा प्रस्तुत लिखित शिकायत के आधार पर विभिन्न बिंदुओ के अनुसार निरीक्षण की रूप रेखा तैयार की गई है। काग़ज़ों को जाँचने के बाद विभिन्न विकासकार्यों का मौक़े पर जाकर भी निरीक्षण किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट तौर पर बताया की अगर जांच के दौरान कोई खामियां सामने आती है तो जिम्मेदार लोगों पर नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।