सूखे के चपेट में पूरा प्रदेश चेरी-प्लम के गिरे फल, तो बादाम का नहीं बढ़ रहा आकार
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 16-04-2021
सूखे की मार से ऊपरी शिमला में स्टोन फ्रूट पर संकट खड़ा हो गया है। बारिश न होने से कोटगढ़ वैली में चेरी की फसल पेड़ से गिरना शुरू हो गई है। किसान-बागवान बारिश होने की उम्मीद में हैं।
सूखे के कारण बादाम का आकार नहीं बढ़ रहा है। रामपुर के कई क्षेत्रों में प्लम, खुमानी, चुल्ली, अनार और आडू़ की फसल पर भी मौसम की मार पड़ रही है। विभिन्न नकदी फसलों के फल अब सूखे की चपेट में आने से गिरने लगे हैं।
मौसम की बेरुखी से बागवानों के चेहरों पर मायूसी छा गई है। कोटगढ़ के प्रगतिशील युवा बागवान सोनू गरोल, संदीप कनोल, यशपाल कपूर, सुधीर ठाकुर, रजनीश रोच, यशपाल खलाई, गुलाब सिंह और विनोद रोच ने कहा कि सूखे के कारण बगीचों से नमी गायब है।
चेरी सहित प्लम की फसल पेड़ों से गिरने लगी है। बादाम का आकार नहीं बढ़ रहा है। इससे फल सिकुड़ रहा है। अगर जल्द बारिश नहीं हुई तो सूबे में भयंकर सूखे की स्थिति पैदा हो जाएगी और नकदी फसलें पूरी तरह चौपट हो जाएंगी।
बागवानों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो जाएगा। रामपुर खंड के कई इलाकों में सूखे से खुमानी, चुल्ली, अनार और आड़ू़ की फसल पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
बागवानों के अनुसार इसके अतिरिक्त अंधड़-तूफान से भी काफी नुकसान हुआ है। रोजाना सूखे के साथ आंधी-तूफान से फसलों को नुकसान पहुंच रहा है, जिससे बागवानों के माथे पर चिंता की लकीरें नजर आ रही हैं।