सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध के बाबजूद, प्रदेश के होटलों में धड़ल्ले से हो रहा उपयोग

हिमाचल की पर्यटन नगरी मनाली में हर साल लाखों की संख्या में देश विदेश से सैलानियों का तांता लगा रहता है। जिससे होटल के कारोबार से जुड़े लोगों को इसका सीधा लाभ मिलता है, लेकिन अपने फायदे के चक्कर में लोगों की सेहत से खिलवाड़

सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध के बाबजूद, प्रदेश के होटलों में धड़ल्ले से हो रहा उपयोग

यंगवार्ता न्यूज़ - मनाली     08-03-2023

हिमाचल की पर्यटन नगरी मनाली में हर साल लाखों की संख्या में देश विदेश से सैलानियों का तांता लगा रहता है। जिससे होटल के कारोबार से जुड़े लोगों को इसका सीधा लाभ मिलता है, लेकिन अपने फायदे के चक्कर में लोगों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। 

इस का जीता जागता उदाहरण है सिंगल यूज प्लास्टिक। जिस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन मनाली में इस का इस्तेमाल धड़ल्ले से किया जा रहा है। बता दें कि हिमाचल में एक जुलाई 2022 से सिंगल यूज प्लास्टिक को पूरी तरह से बैन कर दिया गया था। 

केंद्र सरकार की एक साल पहले जारी अधिसूचना के अनुसार, हिमाचल में भी 120 मकरोन की मोटाई वाले प्लास्टिक से बने प्रोडक्ट्स को पूरी तरह से बैन कर दिया गया था। प्लास्टिक से बने केरी बैग, प्लेट, कप, चमच, कांटे, केंडी स्टिक का प्रयोग वर्जित माना गया है।

जिस अंतर्राष्ट्रीय टूरिस्ट डेस्टिनेशन को निहारने के लिए देश विदेश से लोग आते हैं उसी मनाली में चंद रुपए कमाने के लालच में लोगो की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। मनाली में लगभग 500 से ऊपर छोटे बड़े होटल ,गेस्ट हाउस और होम स्टे है। 

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि सितंबर 2022 से लेकर अभी तक सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर मनाली के होटल व्यवसाय से जुड़े लोगो से एक लाख रुपए से ऊपर जुर्माना वसूला गया है। अधिकारी सुनील शर्मा ने बताया कि समय-समय पर होटलों में रेड की जाती है। उन्होंने कारोबारियों से अपील भी की है कि सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करें।