सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट ने रक्तदान शिविर आयोजित कर 73 यूनिट रक्त किया एकत्रित
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 30-04-2021
ट्रस्ट के सचिव डा. सुरेंद्र शर्मा ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि ट्रस्ट का गठन सामाजिक कार्य के लिए किया गया है जो निरंतर अपने स्थापना समय वर्ष 2016 से समाज के है वर्ग के उत्थान के लिए कार्य कर रहा हैं।
उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि महामारी का प्रभाव हिमाचल प्रदेश में भी काफी बढ़ रहा है इन सभी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए ट्रस्ट ने रक्तदान शिविर का आयोजन किया है।
सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि सभी युवाओं को टीकाकरण से पूर्व रक्तदान करना चाइए ताकि आने वाले समय में रक्त की कमी न हों।
टीकाकरण के पश्चात कुछ समय तक रक्तदान नहीं किया जा सकता है। समाज के प्रति इस चिंता को ध्यान में रखते हुए ट्रस्ट ने रक्तदान शिविर आयोजित किया है।
रक्तदान शिविर का शुभारंभ जीत सिंह (राष्ट्रीय मंत्री अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया है।
मीडिया से बातचीत करते हुए विद्यार्थी परिषद् के राष्ट्रीय मंत्री जीत सिंह ने युवाओं से आग्रह किया कि देश आज कठिन समय से गुजर रहा है।
ऐसी परिस्थिति में समाज के है वर्ग को प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करना चाइए और समाज के प्रति सेवा भाव रखते हुए योगदान करना चाहिए।
डा. सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि रक्तदान शिविर में कुल 73 यूनिट रक्त एकत्रित हुआ है और भारी उत्साह के साथ और ऊर्जा के साथ छात्रों और अन्य लोगों ने रक्तदान किया है
उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि ट्रस्ट द्वारा इस दौरान प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का ध्यान रखा गया और उचित दूरी के साथ और मास्क वितरित करते हुए इस शिविर को आयोजित किया।
सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट आईजीएमसी ब्लड बैंक से आई टीम का धन्यवाद करती है। ट्रस्ट की भूमिका बांधते हुए उन्होंने सपष्ट किया की आजकल विकट परिस्थितियों में ट्रस्ट होम आइसोलेशन का पालन कर रहे मरीजों को दरवाजे तक आवश्यकतानुसार भोजन और दवाई पहुंचाने का कार्य कर रहे है
जिसके लिए ट्रस्ट ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए है। इसके अलावा दसवीं कक्षा और बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए मुफ्त ऑनलाइन कोचिंग क्लास देने का कार्य शुरू किया है जो निरंतर 35 दिन तक चलेगा।
सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि इस रक्तदान शिविर के दौरान विशेष रूप से विद्यार्थी परिषद् के राष्ट्रीय मंत्री जीत सिंह, अखिल भारतीय शोध कार्य प्रमुख डॉ. आलोक पांडे, प्रांत संगठन मंत्री गौरव अत्री और प्रांत एसएफडी प्रमुख डा. नितिन व्यास विशेष रूप से उपस्थित रहे।