विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने कोरोना महामारी को लेकर दुनिया के सभी देशों को एक बार फिर से चेतावनी जारी की है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि आने वाले महीनों में कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट दुनियाभर में तेजी से फैलेगा। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि कोरोना का वैरिएंट अब लगभग 100 देशों में मौजूद है और साछ चेतावनी दी है कि आने वाले महीनों में अत्यधिक संक्रामक डेल्टा वैरिएंट वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस का प्रमुख वेरिएंट बन जाएगा।
अपने कोविड -19 वीकली एपिडेमियोलॉजिकल अपडेट में डब्ल्यूएचओ ने कहा कि 96 देशों ने डेल्टा वेरिएंट के मामलों की सूचना दी है, हालांकि ये आंकड़ा कम है क्योंकि वेरिएंट की पहचान करने के लिए आवश्यक अनुक्रमण क्षमता सीमित है। इनमें से कई देश इस प्रकार के संक्रमण और अस्पताल में भर्ती होने के लिए खुद जिम्मेदार हैं।
कोरोना के इस वैरिएंट में तेजी को देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी कि डेल्टा वैरिएंट आने वाले महीनों में कोरोना के अन्य वेरिएंट को तेजी से पछाड़ते हुए दुनिया का सबसे प्रमुख वेरिएंट बन जाएगा। पिछले हफ्ते, डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा कि डेल्टा वैरिएंट अब तक पहचाने गए वेरिएंट का सबसे अधिक संक्रामक स्वरूप है और बिना टीकाकरण वाली आबादी के बीच ये तेजी से फैल रहा है।
घेब्रेयसस ने कहा था कि मुझे पता है कि विश्व स्तर पर वर्तमान में डेल्टा वैरिएंट को लेकर बहुत चिंता है और डब्ल्यूएचओ भी इसके बारे में चिंतित है। डेल्टा अब तक पहचाने गए कोरोना वायरस के प्रकारों में से सबसे अधिक संक्रामक है। उन्होंने कहा कि बिना टीकाकरण वाली आबादी के बीच ये और तेजी से फैल रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बुधवार को अपने साप्ताहिक महामारी विज्ञान अपडेट में कहा कि डेल्टा वेरिएंट, जिसे पहली बार भारत में पहचाना गया था अब तक 96 देशों में पाया गया है जो पिछले सप्ताह की तुलना में 11 अधिक है।