संस्कृत महाविद्यालय के नव निर्मित भवन का जल्द उद्घाटन करें सरकार : एबीवीपी 

संस्कृत महाविद्यालय के नव निर्मित भवन का जल्द उद्घाटन करें सरकार : एबीवीपी 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   18-03-2021

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपने स्थापना काल से ही राष्ट्र निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है शिक्षा जगत में काम कर रहे छात्रों में राष्ट्र सर्वोपरि का भाव जागृत करते हुए आज हम देश के लगभग सभी शैक्षणिक संस्थानों में कार्य कर रहे हैं। 

वर्ष 1949 से स्थापना काल के बाद से छात्रों की शिक्षा क्षेत्र की नई चेतना मांगों नई चेतना मांगों को लेकर प्रशासन के समक्ष रखने का कार्य और संघर्ष करने का कार्य विद्यार्थी परिषद ने किया है | 

इकाई अध्यक्ष अनिल ने जानकारी देते हुए बताया की विद्यार्थी परिषद की संस्कृत महाविद्यालय इकाई ने आज प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर अपना रोष प्रकट किया है उनका कहना है कि इतने लंबे संघर्षों के बाद आज आज भी संस्कृत महाविद्यालय को अपना स्थाई परिसर नहीं मिल पाया है 

पूर्व में इकाई के उपाध्यक्ष रहे सुरेंद्र ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लंबे संघर्ष के बाद अब जाकर संस्कृत महाविद्यालय का  अपना स्थाई परिसर बना है लेकिन उसमें अभी तक ना बिजली की व्यवस्था की गई है ना ही पानी की व्यवस्था उसने हुई है। 

विद्यार्थी परिषद मांग करती है की जल्द से जल्द बिजली और पानी की व्यवस्था नए भवन में की जाए और उसका उद्घाटन जल्द ही किया जाए ताकि छात्र जल्दी से जल्दी उस भवन में अपनी कक्षा लगा सके 

मीडिया को जानकारी देते हुए शालू मान्टा ने कहा कि किस प्रकार प्रदेश सरकार संस्कृत के विद्यार्थियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है आज अगर बात संस्कृत महाविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों की करें तो आप देखते हैं कि किस प्रकार इस महँगाई के दौर में छात्रों को शिमला जैसे स्थानों पर महंगे कमरे लेकर रहना पड़ रहा है। 

इकाई के सचिव अभिषेक ने बताया कि विद्यार्थी परिषद अपने स्थापना काल से ही छात्रों की मांगों को प्रशासन व शासन तक पहुंचाने का कार्य किया है और आगे भी इसी तरह काम करते रहेंगे। 

लगभग 70 वर्षों से शिमला के अंदर संस्कृत महाविद्यालय विभिन्न विभिन्न स्थानों पर चल रहा है लेकिन अभी तक ना ही स्थाई परिसर मिला है ना ही महाविद्यालय के छात्रों को छात्रावास की सुविधा मिली है। 

उन्होंने कहा कि अगर जल्द से जल्द हमारी ये मांगे ना मानी गई तो हम भूख हड़ताल भी करेंगे। धरना प्रदर्शन भी करेंगे लेकिन विद्यार्थियों को उनका हक दिलवा कर रहेंगे और अगर समय रहते महाविद्यालय के नए भवन का उद्घाटन नहीं हुआ तो विद्यार्थी परिषद उग्र से उग्र आंदोलन करेगी।