हिमाचल प्रदेश के पांच नेशनल हाई-वे बनेंगे फोरलेन , 4700 करोड़ स्वीकृत कर केंद्र ने दी हरी झंडी 

हिमाचल में पांच नेशनल हाई-वे को फोरलेन में बदलने की कवायद तेज हो गई है। केंद्र से मंजूरी के बाद यह नेशनल हाईवे फोरलेन में तब्दील होने जा रहे हैं। पूर्व में इन नेशनल हाईवे को डबल लेन तक ही सीमित किया गया था। इन एनएच की कुल लंबाई 178 किलोमीटर है

हिमाचल प्रदेश के पांच नेशनल हाई-वे बनेंगे फोरलेन , 4700 करोड़ स्वीकृत कर केंद्र ने दी हरी झंडी 
 
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  16-04-2023

हिमाचल में पांच नेशनल हाई-वे को फोरलेन में बदलने की कवायद तेज हो गई है। केंद्र से मंजूरी के बाद यह नेशनल हाईवे फोरलेन में तब्दील होने जा रहे हैं। पूर्व में इन नेशनल हाईवे को डबल लेन तक ही सीमित किया गया था। इन एनएच की कुल लंबाई 178 किलोमीटर है और इन्हें फोरलेन बनाने पर 4700 करोड़ रुपए खर्च किए जाने हैं। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू और लोक निर्माण विभाग के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से इस विषय पर बात की थी। इसके बाद केंद्र सरकार ने डबल लेन एनएच को फोरलेन में बदलने की इजाजत दे दी। 
 
 
गौरतलब है कि राज्य सरकार की तरफ से जिन पांच एनएच को फोरलेन बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है। सबसे ज्यादा धनराशि कालाअंब-पांवटा साहिब-देहरादून नेशनल हाईवे पर खर्च होगी। इस मार्ग को तक 1200 करोड़ रुपए से फोरलेन में बदलने की तैयारी है। उनमें बिडू से लठियाणी तक करीब 899 करोड़, नालागढ़ से स्वारघाट तक 600 करोड़, अंब से ऊना और पंजाब बॉर्डर से नादौन तक 1500 करोड़ और 500 करोड़ रुपए से ऊना बाईपास नेशनल हाईवे का निर्माण प्रस्तावित है। इन नेशनल हाईवे के फोरलेन बनने से हादसों में कमी आएगी और लोग गंतव्यों तक तेजी से पहुंच पाएंगे। 
 
 
प्रदेश में इस समय कालका-शिमला, पठानकोट-मंडी, शिमला-मटौर, पिंजौर-नालागढ़ समेत पांवटा साहिब में नेशनल हाईवे को फोरलेन में बदलने का काम चल रहा है। इस बीच पांच नेशनल हाईवे के पांच हिस्से फोरलेन में शामिल नहीं हो पाए थे। इनकी वजह से इन मार्गों में आवाजाही की मुश्किलें लगातार पेश आ रही थी। सत्ता परिवर्तन के बाद राज्य सरकार ने केंद्र में बातचीत शुरू की और इसके सकारात्मक परिणाम अब सामने आने लगे हैं।
 
 
 प्रदेश के अन्य नेशनल हाईवे के साथ ही यह पांच हिस्से भी फोरलेन में बदलने वाले है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश में सडक़ों का जाल बिछाने का प्रयास करेगी। इसमें नेशनल हाई-वे की भूमिका सबसे अहम रहने वाली है। प्रदेश में जो पांच नेशनल हाईवे डबल लेन छूट गए थे। वे भी अब फोरलेन में बदले जाएंगे।