हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड में  कमहो रहे तकनीकी कर्मचारी : नेक राम 

हिमाचल प्रदेश विद्युत तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव ने साँझा किये विचार 

हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड में  कमहो रहे तकनीकी कर्मचारी : नेक राम 
हिमाचल प्रदेश विद्युत तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव ने साँझा किये विचार 

गोपाल शर्मा - राजगढ़   02-12-2021
 
आज प्रदेश में दिन प्रतिदिन जहां एक और विद्युत लाईनो का विस्तार हो रहा है और ट्रांसफार्मर की संख्या बढ रही है और इसके साथ साथ उपभोक्ताओं की संख्या में भी इजाफा हो रहा है वही दूसरी तरफ विभाग मे तकनीकी कर्मचारियों की संख्या दिन प्रतिदिन घटती जा रही है।
 
यह बात हिमाचल प्रदेश विद्युत विभाग के तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश नेक राम ठाकुर ने यंगवार्ता से एक विशेष भेट मे कही। ठाकुर ने कहा प्रदेश बिजली बोर्ड प्रबंधन के समक्ष तकनीकी कर्मचारियों की समस्याओं को पिछले तीन वर्ष से उठाया जा रहा है।
 
बिजली बोर्ड में जूनियर टी मेट व जूनियर हेल्पर की नई भर्तिया की गयी है। पिछले अधिवेशन में इनके नियमित करने के समय को 5 से 3 वर्ष करने की मांग की गयी थी।
 
सरकार ने इस मांग को मानकर घोषणा भी कर दी थी लेकिन यह अफ़सोस का विषय है कि यह मांग घोषणा तक ही सीमित  रह गयी। नेकराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने 5 सितम्बर 2021 को एक बार  यही घोषणा फिर से कर दी और एक ही घोषणा दुसरी बार करने के भी तीन माह बीत गये है , लेकिन उसे अमलीजामा नही पहनाया जा सका।
 
प्रदेश महामंत्री ने कहा कि राजगढ़ में तकनीकी कर्मचारी रात रात भर काम करते है लेकिन उनके लिए आवास की भारी कमी है। पूरे उपमंडल में केवल 12 आवास है और इनमे से टाईप 1 व टाईप टू भी अधिकारियो को प्रदान किये गये है।
 
उन्होंने अधिशासी अभियंता राजगढ़ से इन आवासों को खाली करवाकर पात्र कर्मचारियों को प्रदान करने की मांग की। उन्होंने कहा कि आवास के लिए बिजली बोर्ड ने लगभग 32 लाख का पर्याप्त बजट हर मंडल को जारी किया है और राजगढ़ और चाड़ना में तो विभाग के पास जमीन भी उपलब्ध है।
 
दोनों जगह नए आवास बनाये जाने चाहिए। ठाकुर ने प्रदेश के कुछ तकनीकी कर्मचारियों को मोबाइल भत्ता न मिलने पर भी खेद जताया। उन्होंने कहा कि कुछ विषयों को लेकर बिजली बोर्ड प्रबंधन को मांग पत्र भी सौंपा है। नवनियुक्त एमडी से भी आग्रह किया गया है लेकिन वार्ता के लिए नहीं बुलाया जा रहा है।
 
आगामी 15 से 22 दिसंबर के मध्य प्रदेश कार्यसमिति की बैठक होने जा रही है और यदि  इससे पूर्व वार्ता के लिए नहीं बुलाया जाता है तो बिजली बोर्ड प्रबंधन का घेराव कर तकनीकी कर्मचारियों की मांगों को पूरा करवाने का प्रयास किया जायेगा।
 
ठाकुर ने कहा कि तकनीकी स्टाफ की भारी कमी के कारण तकनीकी कर्मचारियों को दिन रात काम करना पड रहा है जिसके कारण उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड रहा है।