हिमाचल में 16 अगस्त से खुलेंगे कालेज, कोविड प्रोटोकाल में शुरू होगी कक्षाएं
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 05-08-2021
हिमाचल प्रदेश के डिग्री कॉलेजों में 16 अगस्त से नियमित कक्षाएं लगेंगी। उच्च शिक्षा निदेशालय ने इस बाबत लिखित निर्देश जारी कर दिए हैं। सभी कॉलेज प्रिंसिपलों को कॉलेजों में विद्यार्थियों के आने पर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जारी एसओपी का पालन करने और माइक्रो प्लान बनाने का पत्र जारी किया गया है।
शिक्षा निदेशक ने कहा कि सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों को वैक्सीन लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। कॉलेजों में उचित दूरी पर विद्यार्थियों को बैठाने की व्यवस्था की जाए। थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन की तैयारियां पूरी की जाएं। उन्होंने कहा कि हर कॉलेज में विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए माइक्रो प्लान बनाए जाने चाहिए।
नियमों का पालन करने के लिए कमेटियां बनाई जाए। विद्यार्थियों के आने-जाने के लिए अलग समय तय किया जाए। फेस मास्क पहनने को अनिवार्य किया जाए। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने ठाकुर जगदेव चंद स्मृति शोध संस्थान नेरी के साथ वीरवार को एक एमओयू साइन किया।
कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार और शोध संस्थान नेरी के निदेशक डॉ. चेत राम गर्ग ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। कुलपति ने कहा कि दोनों संस्थानों के शोधार्थी राष्ट्र गौरव एवं प्राच्य विद्या से संबंधित शोध विषय पर मिलकर शोध कार्य करेंगे।
व्यवहारिक शैक्षणिक पाठ्यक्रमों, परिसंवादों, लघु प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों, संगोष्ठियों और वेबिनार के माध्यम से उत्तम प्रशिक्षित जनशक्ति तैयार करने के लिए आपसी सहयोग किया जाएगा। विवि के संकाय सदस्य अपने अनुसंधान कार्यक्रमों एवं साहित्य सर्वेक्षण के लिए इतिहास शोध संस्थान नेरी में अपनी सुविधानुसार आवागमन कर सकेंगे।
एचपीयू के संकाय सदस्य एवं शोधार्थी नेरी संस्थान में अधिकारिक यात्राओं के दौरान शोध संस्थान के पुस्तकालय, कंप्यूटर तथा इंटरनेट इत्यादि सेवाओं का लाभ संस्थान की शर्तों व नियमों के अनुसार उठा सकेंगे। जहां तक संभव होगा दोनों संस्थान एक-दूसरे के शोधार्थियों एवं संकाय सदस्यों को शोध कार्यक्रमों के लिए आधिकारिक यात्राओं के दौरान अपने-अपने छात्रावासों, अतिथि गृह में आवासीय सुविधाएं उपलब्ध करवाएंगे। इस मौके पर अधिष्ठाता इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संकाय प्रो. नागेश ठाकुर अतिरिक्त डॉ. ओमप्रकाश शर्मा, अध्यक्ष डॉ. वाईएस परमार पीठ भी उपस्थित थे।