हिमाचल में मानसून का कहर, भारी भूस्खलन से कई सड़कें बंद , गाड़ियां क्षतिग्रस्त जनजीवन अस्त-व्यस्त 

हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश ने कहर बरपाया है। सामान्य से पांच दिन देरी से मानसून की जोरदार बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं

हिमाचल में मानसून का कहर, भारी भूस्खलन से कई सड़कें बंद , गाड़ियां क्षतिग्रस्त जनजीवन अस्त-व्यस्त 

 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  30-06-2022
 
हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश ने कहर बरपाया है। सामान्य से पांच दिन देरी से मानसून की जोरदार बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं। जगह-जगह भूस्खलन व मलबा आने से व्यापक नुकसान हुआ है। इससे लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। 
 
 
भूस्खलन की चपेट में आने से कई जगह गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। प्रदेश के सभी क्षेत्रों में आज भी भारी बारिश और अंधड़ का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। प्रदेश में चार जुलाई तक प्रदेश में भारी बारिश जारी रहने के आसार हैं। प्रशासन ने सैलानियों व आम लोगों को नदी-नालों में न उतरने की चेतावनी दी है। 
 
 
चंबा जिले में भारी बारिश से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। कारण भरमौर- पठानकोट हाईवे समेत दो दर्जन मार्ग बंद हो गए। कुल्लू जिले में भी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। भारी बारिश से  मोगीनंद में पांवटा-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे तालाब बन गया। जिला चंबा में आज सवेरे मानसून की बारिश ने तबाही मचा कर रख दी। 
 
बारिश के कारण नालों के उफान पर आने से कई जगह वाहन मलबे में दब गए, वहीं यातायात भी ठप होकर रह गया। बारिश के नाले में बह कर आया मलबा लोगों के घरों में जा घुसा। बारिश के कारण खेतों में बोई मक्की की फसल को भी नुकसान हुआ है। 
 
सोमवार सवेरे बारिश के कारण हुए भूस्खलन के चलते जिला के अध्यक्ष संपर्क मार्गों पर बाहनो की आवाजाही ठप रही। बारिश का दौर थमने के साथ ही लोक निर्माण विभाग ने बंद मार्गों पर यातायात बहाली के लिए युद्ध स्तर पर कार्य छेड़ दिया है।